UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश, UP Chunav 2022: आगामी विधानसभा चुनाव का खुमार उत्तर प्रदेश में अलग ही देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाने वाली पूजा शुक्ला को समाजवादी पार्टी ने उत्तरी लखनऊ से टिकट दिया है. ऐसे हुई सियासी सफर की शुरुआत लखनऊ […]
उत्तर प्रदेश, UP Chunav 2022: आगामी विधानसभा चुनाव का खुमार उत्तर प्रदेश में अलग ही देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में 2017 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाने वाली पूजा शुक्ला को समाजवादी पार्टी ने उत्तरी लखनऊ से टिकट दिया है.
लखनऊ विश्वविद्यालय में वामपंथी संगठन आइसा से बतौर छात्र नेता के रूप में अपने सियासी सफर की शुरुआत करने वाली पूजा शुक्ला को समाजवादी पार्टी ने लखनऊ के उत्तरी सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. बता दें पूजा शुक्ला ने साल 2017 में योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाया था, जिसके बाद उन्हें उनके साथियों समेत 26 दिनों के लिए जेल भेजा गया था.
साल 2017 की बात करें तो बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उस समय लखनऊ विश्वविद्यालय में महाराणा प्रताप की मूर्ति का अनावरण करने जा रहे थे. ऐसे में थाना हसनगंज लखनऊ विश्वविद्यालय से पहले हनुमान सेतु मंदिर के पास समाजवादी पार्टी के छात्रसभा की नेता पूजा शुक्ला ने छात्र नेताओं के साथ मिलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काले झंडे दिखाए थे. इस मामले में पुलिस ने मौके पर ही पूजा शुक्ला समेत उनके 12 साथियों को गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद इन्हें जेल की सजा हुई थी. 26 दिनों की कड़ी मशक्क्त करने के बाद पूजा शुक्ला और उनके साथियों को रिहाई मिली थी.
पूजा शुक्ला को उस समय सीएम को काला झंडा दिखाना बहुत महंगा पड़ा था. लखनऊ यूनिवर्सिटी के नए सत्र शुरू होने के दौरान पूजा शुक्ला के आवेदन को कैंसिल कर दिया था जिसके चलते उन्हें उस साल प्रवेश नहीं मिल सका था. इसे लेकर पूजा शुक्ला ने लखनऊ यूनिवर्सिटी में दो महीनों तक हड़ताल भी की थी.
साल 2012 में समाजवादी पार्टी के अभिषेक मिश्रा ने लखनऊ उत्तर विधानसभा का चुनाव जीता था. ब्राह्मण वोटों को साधकर अभिषेक ने कांग्रेस प्रत्याशी नीरज बोरा को मात तो दे दी थी, लेकिन पांच साल के बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में नीरज बोरा ने बीजेपी का दामन थामा और अभिषेक मिश्रा को उत्तरी लखनऊ सीट पर मात दे दी. और यही वजह है कि इस बार सपा ने अभिषेक मिश्रा पर अपना दांव न लगाते हुए पूजा शुक्ला को उम्मीदवार घोषित किया है.