लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) विस्तार की तारीख एक बार फिर से आगे बढ़ गई है। यूपी में अब मंत्रीमंडल का विस्तार पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा के चुनाव के परिणाम आने के बाद किया जाएगा। बता दें कि 3 दिसंबर को इन चुनावों के नतीजे आएंगे। जिसको देखते हुए उत्तर […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) विस्तार की तारीख एक बार फिर से आगे बढ़ गई है। यूपी में अब मंत्रीमंडल का विस्तार पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा के चुनाव के परिणाम आने के बाद किया जाएगा। बता दें कि 3 दिसंबर को इन चुनावों के नतीजे आएंगे। जिसको देखते हुए उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले मंत्रिमंडल विस्तार होने की संभावना है।
ऐसा माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के नतीजों के मुताबिक जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए यह मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। इस कैबिनेट विस्तार में कुछ नए चेहरे शामिल किए जाएंगे तो वहीं कई मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। बता दें कि साथ ही भाजपा के संगठन में भी बदलाव की संभावना है।
विपक्ष जातीय जनगणना के मुद्दे को लगातार धार देने में लगा हुआ है उसी की काट में भाजपा पिछड़ी जातियों के लोगों को अधिक से अधिक सरकार और संगठन में शामिल करने का प्लान बना रही है। खबरों की मानें तो मंत्रिमंडल विस्तार में खासतौर पर पिछड़े वर्ग को साधने की कोशिश की जाएगी। ऐसे में पिछले दिनों समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इसके साथ ही कुछ अन्य नेता भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं।
3 दिसंबर को पांच राज्यों के चुनावी परिणाम आने के बाद होने वाले संभावित मंत्रिमंडल विस्तार के साथ-साथ बड़े स्तर पर विभागों में भी फेर बदल होने की संभावना है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 3 से 5 नए मंत्रियों को अपने कैबिनेट में शामिल करेंगे तो वहीं मौजूदा 51 मंत्रियों में कुछ को उनके प्रदर्शन के मुताबिक विभागों में परिवर्तन भी कर सकते हैं।