लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस का पार्टी दफ्तर पिछले कुछ दिनों से गुलजार दिखने लगा है। अलग-अलग पार्टियों के नेता कांग्रेस का दामन थामने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। रविवार को बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक सदस्य और बसपा सरकार में मंत्री रहे राजबहादुर सिंह, रिटायर्ड आईपीएस उमेश कुमार सिंह, जनता दल यू के टिकट पर […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस का पार्टी दफ्तर पिछले कुछ दिनों से गुलजार दिखने लगा है। अलग-अलग पार्टियों के नेता कांग्रेस का दामन थामने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। रविवार को बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक सदस्य और बसपा सरकार में मंत्री रहे राजबहादुर सिंह, रिटायर्ड आईपीएस उमेश कुमार सिंह, जनता दल यू के टिकट पर आजमगढ़ से विधानसभा चुनाव लड़ चुके योगेंद्र यादव सहितत सैकड़ो की संख्या में नेताओं ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। तो वहीं आज सपा के पूर्व सांसद रहे रवि प्रकाश वर्मा, खीरी से पूर्व प्रत्याशी डॉक्टर पूर्वी वर्मा, 9 जिला पंचायत सदस्य, चार ब्लॉक प्रमुख समेत समाजवादी पार्टी और पीस पार्टी के सैकड़ो की संख्या में नेता आज कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकने का मादा केवल कांग्रेस में है और जनता को भरोसा हो गया है कि सिर्फ कांग्रेसी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो बीजेपी के कुशासन से लोगों को निजात दिला सकती है। अजय राय ने आगे कहा कि कांग्रेस की नीतियों से प्रभावित होकर तमाम लोग लगातार कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा के चुनाव में इस बार उत्तर प्रदेश में कांग्रेस भारी जीत दर्ज करके केंद्र में सरकार बनाएगी।
चार दिनों पहले सपा से इस्तीफा देने के बाद रवि प्रकाश वर्मा के कांग्रेस में आने की चर्चा शुरू हो गई थी। कल रविवार को रवि प्रकाश वर्मा अपनी बेटी के साथ दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी मिले थे और आज वह यूपी की राजधानी लखनऊ में कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम रहे हैं। रवि प्रकाश वर्मा के कांग्रेस में शामिल होने से लखीमपुर समेत आसपास के चार लोकसभा सीटों में कुर्मी वोट बैंक का फायदा कांग्रेस पार्टी को मिल सकता है।