केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता के तौर पहचानी जाने वाली झांसी की सांसद साध्वी उमा भारती ने अब चुनाव न लड़ने का फैसला कर लिया है.
नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता उमा भारती ने एक बड़ा ऐलान करते हुए राजनीति से संन्यास के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि वो आगे कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी. हालांकि वो पार्टी के लिए काम करती रहेंगी. उमा भारती ने कहा कि उन्होंने यह फैसला अपने खराब स्वास्थ्य के चलते लिया है. झांसी से सांसद उमा भारती ने संवाददाताओं से अपनी उम्र और स्वास्थ्य का हवाला देते हुए कहा कि अब मैं कोई चुनाव नहीं लड़ूंगी, मगर पार्टी के लिए काम करती रहूंगी.
उन्होंने कहा कि वह दो बार सांसद रही हैं और पार्टी के लिए काफी काम किया है, उसी के चलते इतनी कम उम्र में उनका शरीर जवाब देने लगा है. कमर और घुटनों में दर्द के चलते चलने-फिरने में परेशानी होती है. राम मंदिर के सवाल पर उन्होंने कहा कि न्यायालय अपना फैसला सुना चुका है, लिहाजा आपसी सहमति से राम मंदिर का निर्माण हो जाना चाहिए. उमा भारती खजुराहो, भोपाल के बाद झांसी से सांसद है. वे बड़ा मलेहरा और चरखारी से विधायक रह चुकी हैं
केंद्रीय स्वच्छता एवं जल संरक्षण मंत्री उमा भारती ने यहां रविवार को कहा कि वह वर्तमान दौर की राजनीति में ‘मोगली’ हैं. यहां आयोजित तीन दिवसीय शैव महोत्सव के समापन अवसर पर मंच संचालक ने जब साध्वी उमा भारती का परिचय ‘प्रखर वक्ता’ के रूप में दिया, तो उमा ने मोगली का किस्सा सुना डाला. राम मंदिर के सवाल पर उन्होंने कहा कि न्यायालय अपना फैसला सुना चुका है, लिहाजा आपसी सहमति से राम मंदिर का निर्माण हो जाना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री उमा भारती की तबीयत खराब, एम्स में कराया गया भर्ती