राहुल गांधी द्वारा बीजेपी शासित राज्यों में किसानों की हालत खराब बताए जाने पर टिप्पणी करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि उन्हें धान और गेहूं की फसल का अंतर तो पता नहीं होगा. ऐसे आदमी की बात का जवाब देना उचित नहीं. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियों में आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है.
नई दिल्ली. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान सहित बीजेपी शासित राज्यों में किसानों की हालत पर दिए बयान के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आक्रामक तेवर दिखाते हुए खंडन करते नजर आए. कृषि मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राहुल गांधी के बयान पर टिप्पणी करने से इंकार करते हुए कहा कि ‘जिस व्यक्ति को गेहूं और धान की फसलों के बीच अंतर नहीं पता’ उसके बयान पर कुछ भी कहना सही नहीं है. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं इसकी तैयारियों में जुटे राहुल गांधी ने किसानों को लेकर बयान दिया था.
दरअसल, राहुल गांधी ने कहा था कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे बीजेपी शासित राज्यों में किसान संकट में हैं. राहुल गांधी के इस बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने उनकी बात का जवाब देने से इंकार कर कहा कि वे उचित नहीं समझते. शेखावत ने कहा कि मैं किसान हूं और केंद्र सरकार में किसानों का प्रतिनिधि हूं. इसलिए कृषि के बारे में उनसे ज्यादा जानता हूं. लेकिन जिसे धान और गेहूं की फसल के बीच अंतर पता नहीं होगा ऐसे व्यक्ति की बात का जवाब देना उचित नहीं होगा.
शेखावत ने आगे कहा कि उस व्यक्ति को भेड़ और बकरी के बच्चे के बीच के अंतर के बारे में भी पता नहीं होगा. उन्होंने दावा किया कि किसानों को उनके उत्पादन की उचित कीमत मिल रही है. इसके अलावा यूपी दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों पर 2 अक्टूबर को पुलिस की कार्रवाई पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की जायज मांगें पूरी करेगी. इसके सात ही उन्होंने आरोप लगाया कि आगामी विधानसभा चुनावों में राजनीतिक लाभ के लिए किसानों को बढ़ावा दिया जा रहा है.
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