मुंबई. नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनावों में अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा छू लिया. बीजेपी ने अकेले 303 सीटें जीतीं वहीं एनडीए का आंकड़ा 352 तक पहुंचा. कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए लगातार दूसरे लोकसभा चुनावों में बुरी तरह पराजित हुआ है. मोदी सरकार ने अपना दूसरा कार्यकाल शुरू कर दिया है. ऐसे में लगातार एनडीए के सहयोगियों की नाराजगी की खबरें आ रही हैं. शपथ ग्रहण से ठीक पहले बिहार में बीजेपी की सहयोगी, नीतीश कुमार की जेडीयू ने मंत्रीमंडल में शामिल होने से इनकार कर दिया. बिहार में 16 लोकसभा सीटें जीतने वाली जेडीयू को एक मंत्री पद मिल रहा था जिससे नाराज होकर पार्टी ने सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया. हालांकि नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार को बाहर से समर्थन देती रहेगी. अब शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की नाराजगी की खबरें आ रही हैं. सूत्रों के मुताबिक उद्धव ठाकरे की पार्टी के सांसद अरविंद सावंत को भारी उद्योग मंत्री बनाया है. उद्धव चाहते थे उनकी पार्टी को कोई बड़ा मंत्रालय मिले.
2019 लोकसभा चुनावों के परिणाम के बाद नाराजगी का दौर चल पड़ा है. पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी परिणामों से इतने आहत हुए कि कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने की जिद पर अड़ गए हैं. कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओं के मान-मनौव्वल के बावजूद राहुल गांधी अपने फैसले पर अड़े हुए हैं. उम्मीद है कि जल्द ही कोई नया कांग्रेस अध्यक्ष इस जिम्मेदारी को निभाता हुआ नजर आएगा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी चुनाव परिणाम के बाद नाराज हो गई थीं. बंगाल की 40 में से 18 लोकसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. इसे बीजेपी की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है. ऐसे में ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की पेशकश करते हुए कहा था कि वो अब सीएम नहीं रहना चाहतीं. हालांकि ममता बनर्जी ने इस्तीफा नहीं दिया.
महाराष्ट्र में शिव सेना और बीजेपी गठबंधन ने किया कमाल का प्रदर्शन
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में शिव सेना ने इस बार 18 लोकसभा सीटें जीती हैं. शिव सेना और बीजेपी के संबंधों में पिछले कुछ समय में काफी दरार भी आई थी. विधानसभा चुनावों के बाद से ही दोनों ही पार्टियों ने वार-पलटवार का सिलसिला शुरू कर दिया था. कहा तो यहां तक जाने लगा कि लोकसभा चुनावों में भी दोनों पार्टियां अलग-अलग लड़ेंगीं लेकिन ऐसा हुआ नहीं. बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने महाराष्ट्र में 40 लोकसभी सीटें जीतकर शानदार प्रदर्शन किया. अरविंद सावंत ने कांग्रेस के मिलिंद देवड़ा को चुनाव में मात दी थी. अरविंद सावंत को भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्री बनाया गया है. उन्होंने शिवसेना के कोटे से मंत्री रहे अनंत गीते की जगह ली है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे किसी बड़े मंत्रालय की उम्मीद लगाए बैठे थे. पार्टी को केवल एक ही मंत्री पद ऑफर हुआ था. ऐसे में उद्धव मान रहे थे कि उनकी पार्टी के हिस्से में रेलवे या कोई बड़ा मंत्रालय आएगा. हालांकि अरविंद सावंत ने मंत्री पद की शपथ ले ली है. देखना होगा कि अपने सहयोगियों की नाराजगी दूर करने के लिए बीजेपी क्या करती है.
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