मुंबई. दशहरे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच जंग देखने को मिल सकती है. दरअसल, एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच पहले ही शिवसेना को लेकर वर्चस्व की जंग चल रही है, इसी बीच अब दशहरा रैली को लेकर दोनों के बीच भिड़ंत हो सकती है. मुंबई […]
मुंबई. दशहरे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच जंग देखने को मिल सकती है. दरअसल, एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच पहले ही शिवसेना को लेकर वर्चस्व की जंग चल रही है, इसी बीच अब दशहरा रैली को लेकर दोनों के बीच भिड़ंत हो सकती है.
मुंबई नगर निकाय के मुताबिक, दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क की बुकिंग के लिए उद्धव ठाकरे और सीएम एकनाथ शिंदे दोनों समूहों की तरफ से आवेदन किए गए हैं, अब दशहरा रैली शिवसेना के लिए हमेशा से ही महत्वपूर्ण रही है, क्योंकि बालासाहेब ठाकरे के दौर से ही इस पार्क में हर साल दशहरा रैली होती आई है और शिवसेना ही इसे करती है. इस रैली में प्रदेश भर के शिवसैनिकों का जमावड़ा होता है. ऐसे में दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क की बुकिंग करके एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच शक्ति प्रदर्शन देखने को मिल सकता है क्योंकि दोनों ही तरफ से आवेदन किए गए हैं.
मुंबई के नगर निकाय ने शुक्रवार को ये बताया कि अक्टूबर की दशहरा रैली के लिए एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे दोनों ही गुट की ओर से आवेदन किए गए हैं, ऐसे में अब शिवजी पार्क में किसकी दशहरा रैली होगी ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा. दरअसल, ये रैली हमेशा से ही शिवसेना की विरासत रही है, यह सिलसिला बालासाहेब द्वारा शुरू किया गया था और अब उद्धव ठाकरे इसे आगे बढ़ा रहे हैं. लेकिन, जून में एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद सेना में विभाजन के कारण शिवसेना तो खेमों में बंट गई है और दोनों ही तरह शिवसैनिक ही हैं. दोनों का ही कहना है कि वो बालासाहेब के सच्चे शिवसैनिक हैं. अब शिंदे महाराष्ट्र के मुखिया हैं और प्रदेश की सत्ता उनके हाथ में है, ऐसे में शिंदे कई मौकों पर खुद को असली शिवसैनिक भी कह चुके हैं.
ऐसे में इस बार दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क में महाभारत तो तय है. अब रैली के लिए शिंदे और उद्धव दोनों गुटों ने अपनी दावेदारी पेश की है, वहीं नगर निकाय के मुताबिक, पहला आवेदन 22 अगस्त को शिवसेना के ठाकरे गुट से आया था और दूसरा गणेश उत्सव से ठीक पहले शिंदे समूह की तरफ से आया था.’