Triple Talaq Bill in Rajya Sabha: राज्यसभा में आज मंगलवार को तीन तलाक बिल पेश किया जाएगा. बीजेपी ने व्हिप जारी कर सभी सदस्यों को संसद में मंगलवार को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के लिए कहा है. दूसरी तरफ राज्यसभा में एनडीए सांसदों की संख्या कम होने से बीजेपी के लिए तीन तलाक बिल पास कराना चुनौती होगी. हालांकि पिछले हफ्ते ही नरेंद्र मोदी सरकार ने राज्यसभा में बीजेडी, टीएमसी और वाईएसआर कांग्रेस के समर्थन से आरटीआई संशोधन बिल पास कराने में सफलता प्राप्त की थी, इसके बाद से माना जा रहा है कि कांग्रेस और टीएमसी समेत अन्य विपक्षी पार्टियों के मजबूत विरोध के बावजूद बीजेपी नीत एनडीए ट्रिपल तलाक बिल को संसद के उच्च सदन में पास कराने में सफल हो सकती है. पिछले हफ्ते ही तीन तलाक बिल को विपक्ष के बायकॉट के बावजूद लोकसभा में पास कराया था.
नई दिल्ली. लोकसभा में तीन तलाक बिल पास हो चुका है अब इसे आज मंगलवार को राज्यसभा में पेश किया जाएगा. इस बिल को लेकर पहले काफी हंगामा हुआ है मोदी सरकार ने पिछले कार्यकाल में इस बिल को राज्य सभा में पास कराने के लिए कई पापड़ बेले लेकिन सफलता नहीं हाथ लगी. मगर 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर देश में भारी बहुमत से सरकार बनाने के बाद बीजेपी को तीन तलाक बिल पास कराने पर पूरा भरोसा है. दरअसल लोकसभा में पूर्ण बहुमत होने के बावजूद बीजेपी नीत एनडीए के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है जिस कारण कुछ नीतियां लागू करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. हालांकि चार दिन पहले राज्यसभा में आरटीआई संशोधन बिल पास हुआ, जिसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि केंद्र सरकार तीन तलाक बिल को भी राज्यसभा में उसी तरह पास करा देगी. लेकिन यह इतना भी आसान नहीं होगा क्योंकि पिछले दिनों लोकसभा में विपक्ष ने इस बिल को लेकर काफी हंगामा किया था.
पिछले हफ्ते एनडीए राज्यसभा में आरटीआई संशोधन बिल पास कराने में सफल रहा था. इस बिल का भी विपक्ष की ओर से जमकर विरोध किया गया था. विपक्षी नेताओं ने इस बिल को संयुक्त चयन समिति को भेजे जाने की मांग की थी. हालांकि राज्यसभा में इस बिल पर विपक्ष कमजोर पड़ता हुआ भी दिखा. बीजू जनता दल (बीजेडी), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और वाईएसआर कांग्रेस ने इस बिल पर सरकार का समर्थन किया, जिसकी बदौलत आरटीई संशोधन बिल राज्यसभा में पास हो गया.
अब मंगलवार को संसद के उच्च सदन में तीन तलाक बिल पेश किया जाना है. अब सवाल उठता है कि क्या बीजेडी, टीआरएस और वाईएसआरसीपी तीन तलाक बिल पर भी आरटीआई संशोधन बिल की तरह सरकार का साथ देगी, या फिर बीजेपी को एक बार फिर इस बिल पर विरोध झेलना पड़ेगा.
साथ ही बीजेपी की नजर सदन में मौजूद कुछ निर्दलीय सदस्यों पर भी है, पार्टी चाहती है कि निर्दलीय सांसदों का समर्थन मिल जाए तो इस बिल को पास कराने में आसानी होगी. तीन तलाक बिल पर एनडीए के साथ एक और समस्या है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने सरकार में शामिल होने के बावजूद तीन तलाक बिल पर समर्थन नहीं करने का फैसला लिया है.
दूसरी तरफ बीजेपी ने राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों में व्हिप जारी कर आज अपने सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहने के लिए कहा है. बीजेपी किसी भी कीमत पर तीन तलाक बिल को लेकर जोखिम नहीं उठाना चाहती है और राज्यसभा में कोरम बनाए रखने के लिए पार्टी ने व्हिप जारी किया है.