कोलकाता, नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी हुई, इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में सत्याग्रह मार्च निकाला और जगह-जगह प्रदर्शन किए. कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को अब तक हिरासत में लिया जा चुका है. कांग्रेस के मार्च पर तृणमूल के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ ने तंज कसा और […]
कोलकाता, नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी हुई, इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में सत्याग्रह मार्च निकाला और जगह-जगह प्रदर्शन किए. कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को अब तक हिरासत में लिया जा चुका है. कांग्रेस के मार्च पर तृणमूल के मुखपत्र ‘जागो बांग्ला’ ने तंज कसा और इसे पाखंड बताया, मुखपत्र के मुख्य पृष्ठ की हेडिंग थी, ‘राहुल गांधी को ईडी का समन, कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन और अस्पताल में सोनिया गाँधी.’
बता दें कि एक दिन पहले ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को कोरोना संबंधी दिक्कतों की वजह से अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. फिलहाल, उनका स्वास्थ्य स्थिर बताया जा रहा है. ईडी ने उन्हें 23 जून को सोनिया गाँधी को पेश होने का समन भेजा था. जागो बांग्ला के आर्टिकल में लिखा गया, ‘जब उन्हें एजेंसियों का समन मिला तो कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व डर से कांपने लगे.’ बता दें कि राहुल गांधी से ईडी नेशनल हेराल्ड मामले में पूछताछ कर रही है.
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि गोडसे के वंशज एक बार फिर गांधी को डराने चले हैं, ना महात्मा गांधी डरे थे और ना उनके उत्तराधिकारी डरेंगे। अगर इस देश में अखबार के पत्रकारों की तनख्वाह देना, हाउस टैक्स देना, बिजली का बिल देना अपराध है तो हम ये अपराध बार-बार करेंगे। कायर मोदी सरकार हमें गिरफ्तार करे और हमें आजीवन कारावास दे पर अंग्रेज भी हारा था और मोदी भी हारेगा।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये राहुल गांधी के साथ कांग्रेस की छवि धूमिल करने के लिए साजिश हो रही है। लेकिन राहुल गांधी डरने वाले नहीं हैं। वो निडर होकर सभी सवालों के जबाव देंगे। जब राहुल गांधी दफ्तर में गए तो हमारी मांग थी कि वकील को अंदर जाने दिया जाए लेकिन जाने नहीं दिया गया।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी की ईडी के सामने पेशी पर कहा कि जब-जब भाजपा और मोदी डरते हैं वे पुलिस को आगे करते हैं। आगे हम जनता की लड़ाई लड़ेंगे। ये केस है ही नहीं, कोई FIR है क्या? ये केस तो मोदी सरकार ने 2014 में शुरू किया और उन्हीं की सरकार ने बिना कोई प्रमाण मिले केस को समाप्त कर दिया।
नेशनल हेराल्ड मामला: ईडी दफ्तर में राहुल गांधी से सवाल-जवाब शुरू, चार अधिकारी कर रहे है पूछताछ