मुंबई: 2 जुलाई को एनसीपी नेता अजित पवार ने अपने ही चाचा शरद पवार से बगावत करते हुए पार्टी के कई विधायकों के साथ मिलकर शिंदे गुट का साथ थाम लिया. रविवार को अजित पावर की बगावत से NCP के दो फाड़ हो गए जहां उन्हें महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम का पद मिल गया. अजित पवार खेमे से कुल 8 विधायकों को मंत्री पद भी मिला है. अजित पवार लगातार दावा कर रहे हैं कि उनके साथ 40 विधायकों का समर्थन है. इस बीच बुधवार को शरद पवार और अजित पवार दोनों खेमों की अलग-अलग बैठक बुलाई गई है जिसमें दोनों गुटों ने उनके असली NCP होने का दावा किया है.
अजित पवार की बैठक में 30 विधायक और 4 MLC दिखाई दिए जहां उन्होंने कई और विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है. अजित पवार ने कहा है कि उनके साथ कई और विधायक भी हैं लेकिन उनमें से कई अस्पताल गए हुए हैं और कुछ वाई बी चव्हाण सेंटर में हैं. दूसरी ओर शरद पवार गुट की बैठक में 13 विधायक और चार सांसद शामिल हुए हैं. इस बीच शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी भाजपा पर निशाना साधा है. सुप्रिया ने बताया है कि उनकी लड़ाई BJP के खिलाफ है जहां नेत्री आगे कहती हैं कि वह NCP को भ्रष्ट पार्टी बताते हैं ना खाऊंगा ना खाने दूंगा कहने वाले जरूरत पड़ने पर सबको खा जाएंगे. मेरा कहना है कि सिर्फ एक भ्रष्ट पार्टी है, वह बीजेपी है.’
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच महासंग्राम जारी है. शरद पवार से बगावत कर एनडीए में शामिल होने वाले भतीजे अजित पवार ने आज चाचा पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि हम किसी के पेट से नहीं जन्में तो इसमें हमारी क्या गलती है? मुझे हमेशा जो जिम्मेदारी दी गई, उसे मैंने पूरी मेहनत और ईमानदारी से निभाया. इसके साथ ही अजित ने कहा कि नौकरी में रिटायरमेंट की उम्र 60 साल होती है, भाजपा में 75 साल है, आप (शरद पवार) 83 साल के हो गए हैं लेकिन रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं. मैंने कहा था कि आप मुझे आशीर्वाद दीजिए, मैं सब संभालूंगा. लेकिन आपने यह नहीं किया. क्या वरिष्ठों को ऐसा करना चाहिए? वरिष्ठों को कहीं न कहीं रूक जाना चाहिए.