पटना. बिहार इस समय ज़हरीली शराब का तांडव चल रहा है. अब तक बिहार के छपरा, सीवान और बेगूसराय में ज़हरीली शराब का सेवन करने से 65 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई ज़हरीली शराब का सेवन करने से कई लोगों के आंखों की रोशनी भी चली गई है. बिहार में जहरीली शराब […]
पटना. बिहार इस समय ज़हरीली शराब का तांडव चल रहा है. अब तक बिहार के छपरा, सीवान और बेगूसराय में ज़हरीली शराब का सेवन करने से 65 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कई ज़हरीली शराब का सेवन करने से कई लोगों के आंखों की रोशनी भी चली गई है.
बिहार में जहरीली शराब के सेवन करने से होने वाली मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है, विपक्ष इस मामले में नीतीश सरकार का घेराव कर रहा है. इस मामले पर अब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की भी प्रतिक्रिया आई है. तेजस्वी यादव ने इस मामले पर कहा कि भाजपा सदन को गुमराह करने की कोशिश कर रही है, बिहार में जिस जगह भी शराब के बारे में जानकारी मिल रही है, वहां कार्रवाई की जा रही है. लोगों में जागरूकता होना ज़रूरी है. हम लोग जब छोटे थे तब माता-पिता बोलते थे कि नशा मत करो, अब बिहार में जो शराब आई है वो तो उत्तर प्रदेश की है, वहां तो भाजपा की सरकार है.
इस बीच, इस पूरे मामले पर बिहार में सियासत भी हो रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शराब का सेवन करने से होने वाली मौतों पर कोई मुआवज़ा नहीं है. ऐसे में नीतीश कुमार ने फिर दोहराया कि जो शराब पियेगा, वह मरेगा ही.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि शराब पीकर अगर लोग मर रहे हैं तो हम मुआव्ज़ाज़ क्यों दें? मुआवज़े का तो सवाल ही पैदा नहीं होता. बता दें कि भाजपा के नेता शराब से मौत के लिए नीतीश कुमार को ही ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं और उनसे लगातार इस्तीफ़ा भी मांग रहे हैं. ऐसे में, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि सांसों का सौदा करते हुए सत्ता के सौदागर के पास अब सहानुभूति के लिए कुछ है ही नहीं, सत्ता के लिए नीतीश कुमार अंधे-बहरे हो गए हैं और आरजेडी के साथी तो गूंगे ही हो गए हैं.