Tejashwi task force: बिहार में एनडीए आ चुकी हैं लेकिन अभी तेजस्वी यादव मैदान में हैं। उनका कहना हैं कि एनडीए की सरकार ज्यादा नहीं चलें। साथ ही महागठबंधन सरकार में अन्य पार्टियों को मिलाने की रणनीति जोरो शोरो पर हैं। राजद ने एनडीए को टक्कर देने की तैयारी कर दी हैं।
नई दिल्ली: बिहार चुनाव 2020 में एनडीए की सरकार बन चुकी हैं। लेकिन नतीजे के आने के बाद महागठबंधन सरकार बनाने की जोड़-तोड़ में जुटा हैं। दानापुर से एमएलए बने रीतलाल यादव को महागठबंधन सरकार बनाने की कई बड़ी जिम्मेदारियां दी गई हैं। वहीं आरजेडी के तेजस्वी यादव एक्टीव हो गए हैं उन्होनें सरकार बनाने के जुगाड़ के लिए टास्क फोर्स का गठन कर दिया हैं। जानकारी के लिए बता दें कि टास्क फोर्स में नामी नेताओं को जोड़ा गया हैं। टॉस्क फोर्स में मनी और पॉलिटिक्स को ध्यान में रखते हुए काम दिया गया हैं।
तेजस्वी यादव व पार्टी चाहती हैं कि महागठबंधन में उन पार्टियों को जोड़ा जाए जो कि एक-दो सीटों पर अपनी जीत कायम कर पाई हैं। इसके लिए सरकार ने सभी छोटी पार्टी की लिस्ट तैयार कर रखी हैं जिनको की महागठबंधन के लिए तैयार किया जा सकें। सरकार द्वारा यह रणनीति को गुप्त बनाए रखा हैं। तेजस्वी यादव ने सुनील सिंह व राज्यसभा सांसद अमरेंद्र धारी सिंह को आगे कर रखा हैं जो कि मैनजेमेंट से लेकर पैसे के मामले में अच्छी परख रखते हैं। इस प्रकार सरकार ने गुप्त रणनीति बना रखी हैं। वहीं अमरेंद्र धारी सिंह का कहना हैं कि हम विधायक खरीद फरोख्त व धन के उपयोग जैसी कोई गतिविधि करना पसंद नहीं करते हैं।
वहीं तेजस्वी यादव के महागठबंधन सरकार को लेकर सुर ऊंचे हैं। उन्होंने कह दिया हैं कि एनडीए की सरकार ज्यादा नहीं चलेगी। इतना ही नहीं राजद के नेता मांझी व मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम बनने का ऑफर दिया जा चुका हैं। हालांकि अभी तो उच्च स्तरीय मीटिंग चल रही हैं ताकि महागठबंधन की सरकार बनाई जा सकें।
NDA victory celebration: पीएम नरेंद्र मोदी बोले- देश की माताएं-बहनें भाजपा की साइलेंट वोटर
Bihar Election Result Analysis: बिहार में सरकार बनाने के इतने करीब आकर भी कहां चूक गए तेजस्वी यादव?