आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा ना दिए जाने के कारण एनडीए गठबंधन से अलग हुई टीडीपी मामले में नया रुख आया है. इस मामले में पहली बार बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को खत लिखा है. अमित शाह ने चिट्ठी में लिखा, यह राजनीति से जुड़ा हुआ फैसला है. चंद्रबाबू नायडू, अमित शाह, भाजपा, टीडीपी, आंध्र प्रदेश
नई दिल्ली. आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर उभरे मतभेदों के बाद सत्तारुढ तेलगु देशम पार्टी ने एनडीए से गठबंधन तोड़ लिया था. जिसके बाद शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखकर उनके फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और एकतरफा बताया है. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने टीडीपी चीफ और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस फैसले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए लिखा कि यह फैसला पूरी तरह से राजनीति से को ध्यान में रखते हुए लिया गया जबकि प्रदेश के विकास को दरकिनार किया गया है.
इस पत्र में अमित शाह ने पहले चंद्रबाबू नायडू और आंध्रप्रदेश की 5 करोड़ की जनता को उगाड़ी की शुभकामनाएं दी है. उन्होंने टीडीपी के एनडीए से अलग होने के फैसले को गलत बताया है. चिट्ठी में आंध्र प्रदेश के विकास की बात करते हुए शाह ने चंद्रबाबू नायडू पर गंभीर आरोप लगाए हैं. शाह ने लिखा कि टीडीपी को आंध्र प्रदेश के विकास की चिंता नहीं है इसलिए उन्होंने एनडीए गठबंधन से अलग हटने का फैसला किया है. उन्होंने लिखा कि मुझे डर है कि यह फैसला विकास की चिंताओं की बजाय राजनीतिक विचारों द्वारा निर्देशित होता हुआ दिखाई दे रहा है.
शाह ने अपने पत्र में आगे लिखा कि बीजेपी हमेशा विकास और काम करने में भरोसा रखती है. उन्होंने लिखा है कि आंध्र प्रदेश प्रदेश के बंटवारे से लेकर आजतक बीजेपी ने हमेशा आंध्र प्रदेश के लोगों की आवाज को उठाया है और लोगों के हितों के लिए काम किया है. शाह ने आगे लिखा कि, हम लगातार तेलगु लोग और तेलगु राज्य के हित के बारे में सोचते हैं. बता दें कि इससे पहले टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर बीजेपी इतना सख्त रवैया क्यों अपना रही है.
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