नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बैठक होने वाली है, लेकिन इस बैठक से पहले, मेघालय के पूर्व राज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथागत रॉय ने ट्विटर के जरिए पीएम मोदी से लोगों को यह समझाने की सलाह दी है […]
नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बैठक होने वाली है, लेकिन इस बैठक से पहले, मेघालय के पूर्व राज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथागत रॉय ने ट्विटर के जरिए पीएम मोदी से लोगों को यह समझाने की सलाह दी है कि उनके और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच किसी तरह की कोई ‘सेटिंग’ नहीं है.
Kolkata is agog with apprehension of a ‘setting’. Which means a secret understanding between Modiji and Mamata, whereby the thieves of Trinamool and/or the murderers of BJP workers would go scot-free. Please convince us that there wud be no such ‘setting’ @narendramodi @PMOIndia
— Tathagata Roy (@tathagata2) August 5, 2022
तथागत रॉय ने ट्वीट करते हुए लिखा, “कोलकाता ‘सेटिंग’ की आशंका से त्रस्त है, इसका मतलब है कि पीएम मोदी और ममता के बीच एक गोपनीय समझौता है, जिससे तृणमूल के चोर या भाजपा कार्यकर्ताओं के हत्यारे छूट जाएंगे, इसलिए आप कृपया हमें आश्वस्त करें कि ऐसी कोई ‘सेटिंग’ नहीं होगी.” साथ ही उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और पीएमओ को अपने इस ट्वीट में टैग भी किया है.
दरसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी का आज शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का कार्यक्रम है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी के साथ बैठक में उनके द्वारा पश्चिम बंगाल के जीएसटी बकाये पर चर्चा करने की संभावना है. वहीं, मुख्यमंत्री ममता सात अगस्त को नीति आयोग की बैठक में भी शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि शनिवार को डीएमके, टीआरएस और आम आदमी पार्टी जैसे गैर-कांग्रेसी विपक्षी नेताओं के साथ बैठक भी होने वाली है, इस बैठक के लिए ममता के साथ उनके भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी दिल्ली आए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तृणमूल प्रमुख ममता की इस बैठक को लेकर कांग्रेस समेत कई अन्य दलों ने तृणमूल कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उनकी ओर से यह भी आरोप लगाया गया है कि तृणमूल के शीर्ष नेताओं के खिलाफ सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की जा रही कार्रवाई के बीच ममता बनर्जी का दिल्ली दौरा एक मैच फिक्सिंग की तरह है.