कोलकाता, पश्चिम बंगाल में विवाद उस समय शुरू हो गया जब पुलिस ने हर घर तिरंगा यात्रा को रोक दिया. भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ये हर घर तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे, जिस दौरान उन्हें नंदीग्राम में रोक दिया गया. पुलिस का कहना है कि बाइक रैली की नहीं, सिर्फ पदयात्रा की ही इजाज़त थी. […]
कोलकाता, पश्चिम बंगाल में विवाद उस समय शुरू हो गया जब पुलिस ने हर घर तिरंगा यात्रा को रोक दिया. भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ये हर घर तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे, जिस दौरान उन्हें नंदीग्राम में रोक दिया गया. पुलिस का कहना है कि बाइक रैली की नहीं, सिर्फ पदयात्रा की ही इजाज़त थी. बावजूद इसके बाइक रैली निकाली गई जिसके चलते पुलिस ये यात्रा रोकी गई. वहीं रैली रोके जाने से नाराज होकर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि वह इस मुद्दे को देश के गृहमंत्री अमित शाह तक पहुंचाया जाएगा.
पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी शुक्रवार को हर घर तिरंगा बाइक रैली निकाल रहे थे, लेकिन नंदीग्राम में कोलकाता पुलिस ने उन्हें यह कहते हुए रोक दिया कि पुलिस परमिशन सिर्फ पदयात्रा के लिए दी गई थी न कि बाइक यात्रा के लिए. पूर्व मेदिनीपुर हल्दिया की एडिशनल एसपी श्रद्धा एन पांडे ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह से बाइक रैली नहीं निकाली जा सकती. एडिशनल एसपी के मुताबिक सिर्फ पदयात्रा की इजाज़त दी गई थी, बाइक रैली की नहीं.
वहीं इस मामले को लेकर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल ने कहा कि हर घर तिरंगा कोई राजनीतिक या धार्मिक यात्रा नहीं है. न तो यह कोई पब्लिक मीटिंग है, बस शांतिपूर्ण तरीके से ये रैली निकाली जा रही थी लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि सुवेंदु अधिकारी को ऐसा न करने दिया जाए.
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि वो इस मामले को गृहमंत्री अमित शाह तक लेकर जाएंगे. इतना ही नहीं, सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि मैं इस मामले को लेकर गृह मंत्रालय को मेल भी करूंगा.