Suresh Khanna on Mayawati: योगी आदित्यनाथ सरकार में नगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोज़गार एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री सुरेश खन्ना ने बसपा सुप्रीमो मायावती की शहाजहांपुर रैली से पहले हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ये सब फ्यूज्ड ट्रांसफॉर्मर हैं. इनकी क्या चर्चा करना.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री सुरेश खन्ना ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर हमला बोला है. मायावती गुरुवार को शाहजहांपुर में रैली करेंगी. सुरेश खन्ना ने मायावती को फ्यूज्ड ट्रांसफॉर्मर बताया. बयान में उन्होंने कहा, ”देखिए ये सब फ्यूज्ड ट्रांसफॉर्मर हैं. फ्यूज्ड ट्रांसफॉर्मर से अगर कोई तार जोड़ेगा तो न तो उसका बल्ब जलेगा, न पंखा चलेगा…न पानी मिलेगा न हवा मिलेगी. फ्यूज्ड ट्रांसफॉर्मर की क्या चर्चा करना.”
इससे पहले खन्ना ने सपा नेता आजम खान पर भी जोरदार हमला बोला था. 17 अप्रैल को उन्होंने कहा था कि जिस तरह आजम खान महिलाओं के खिलाफ गंदी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. उससे लगता है कि वह अनपढ़ हैं. चुनाव आयोग को ऐसे नेताओं के चुनाव लड़ने पर बैन लगा देना चाहिए. मीडिया से बातचीत के दौरान खन्ना ने कहा था कि गठबंधन को वोट देना वोट को कूड़े में डालने जैसा है. उन्होंने कहा था कि आजम खान महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी करते हैं. वह अनपढ़ नेता हैं. लगता है कभी स्कूल नहीं गए. खन्ना ने कहा कि महागठबंधन के पास कोई विचारधारा नहीं है. वे सिर्फ नरेंद्र मोदी को हटाना चाहते हैं. जबकि मोदी के हाथों में देश सुरक्षित है और आतंकवाद को हर मोर्चे पर करारा जवाब दिया जा रहा है.
गौरतलब है कि सुरेश खन्ना भाजपा के कद्दावर नेताओं में से एक माने जाते हैं. वह भाजपा के इकलौते ऐसे नेता हैं, जो शाहजहांपुर सीट से लगातार 8 बार विधानसभा चुनाव जीते हैं. वह 1989 से 2017 तक विधायक रहे हैं. साल 2004 में भाजपा ने उनकी लोकप्रियता को देखते हुए लोकसभा चुनाव लड़ाया, जिसमें उन्हें सिर्फ 16.34 प्रतिशत वोट मिले थे. सांसद का चुनाव हारने के बाद उन्हें विधायक बने रहना ही पसंद किया.
17वीं लोकसभा के गठन के लिए देश में सात चरणों में आम चुनाव हो रहे हैं. 11 अप्रैल को पहले, 18 अप्रैल को दूसरे और 23 अप्रैल को तीसरे चरण का मतदान हो चुका है. नतीजों का ऐलान 23 मई को किया जाएगा. यूपी में सपा-बसपा और आरएलडी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं. इस गठबंधन में सपा 37, बसपा 38 और आरएलडी तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है. गठबंधन ने दो सीट- अमेठी और रायबरेली कांग्रेस के लिए छोड़ी हैं.