पंजाब: पंजाब कांग्रेस को नया पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है. पार्टी ने यह नई ज़िम्मेदारी अमरिंदर सिंह बरार को सौंपी है, जबकि प्रताप सिंह बाजवा विपक्ष के नेता चुने गए है. विधानसभा चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू पीसीसी चीफ थे और प्रदेश की कमान चरणजीत सिंह चन्नी के हाथो में थी. चुनाव में […]
पंजाब: पंजाब कांग्रेस को नया पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है. पार्टी ने यह नई ज़िम्मेदारी अमरिंदर सिंह बरार को सौंपी है, जबकि प्रताप सिंह बाजवा विपक्ष के नेता चुने गए है. विधानसभा चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू पीसीसी चीफ थे और प्रदेश की कमान चरणजीत सिंह चन्नी के हाथो में थी. चुनाव में हार मिलने के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्य्क्ष सोनिया गाँधी ने नवजोत सिंह सिद्धू से इस्तीफा मांगा था. इसके बाद से ये पद खाली था. पार्टी ने शनिवार को पीसीसी चीफ के लिए अमरिंदर सिंह बरार के नाम पर आधिकारिक मुहर लगा दी है.
इस बार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 117 सीटों में से 92 सीटों पर अपना कब्ज़ा किया था और पूर्ण बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाई थी. वहीं कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू की अगवाई में पार्टी को बुरी हार का सामना करना पड़ा था. 1 दशक तक प्रदेश में राज करने वाली पार्टी महज कुछ ही मिनटों में आप की आधी में धूमिल हो गई. पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार चन्नी अपनी दोनों विधानसभा सीट से हारे थे, वहीँ सिद्धू को भी अपनी विधासभा सीट से करारी शिकस्त मिली थी.
1- अमरिंदर सिंह बरार कांग्रेस सरकार में ट्रांसपोर्ट मिनिसिटर रह चुके है साथ ही वे इस बार गिद्दड़बाहा से विधायक भी है. वे लगातार तीसरी बार अपने विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर सदन पहुंचे है. बरार साल 2014 से 2018 तक भारतीय यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रहे है साथ ही वे प्रदेश के तेजतर्रार नेताओ में से एक है.
2- कांग्रेस पार्टी ने बरार को साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बठिंडा सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्हें शिरोमणि अकाली दल के हरसिमरत कौर बादल ने 20,000 मतों से मात दी थी.
3- विधानसभा चुनाव के दौरान बरार अपने प्रचार-प्रसार के तरीके से मशहूर हुए थे. उन्होंने जनसभाओं में डांस और गानों से लोगों का दिल जीता था जिसकी बदौलत लोगों ने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना।