नई दिल्ली, कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के साथ चर्चा करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी दौरे पर रहने वाली हैं. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष एक्शन मोड में आ चुकी हैं. जानकारी के अनुसार अब बुधवार को उनका राजस्थान और छत्तीसगढ़ […]
नई दिल्ली, कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के साथ चर्चा करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय राजधानी दौरे पर रहने वाली हैं.
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष एक्शन मोड में आ चुकी हैं. जानकारी के अनुसार अब बुधवार को उनका राजस्थान और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से दोपहर 12:30 बजे दिल्ली में मिलने का कार्यक्रम है. इस मुलाकात में सोनिया गांधी दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों की राजनीतिक स्थिति का ब्योरा लेंगी. साथ ही बैठक में भविष्य के रोड मैप पर चर्चा की जाएगी.
आगामी कुछ दिनों तक 10 जनपथ पर बुधवार से शुरू हो रहे बैठकों का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई जा रही है. जहां मंगलवार को हुई बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर में प्रशांत किशोर, अंबिका सोनी, एके एंटनी, कमलनाथ, मुकुल वासनिक, दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगोपाल, जय राम रमेश और रणदीप सुरजेवाला समेत कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी दर्ज़ की गयी. जानकारी के अनुसार आने वाले दिनों में कांग्रेस में ऐसी और बैठकें होने वाली हैं.
इस मुलाकात में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि गहलोत सोनिया के समक्ष कांग्रेस के राष्ट्रीय चिंतन शिविर को राजस्थान के उदयपुर जिले में कराने का प्रस्ताव रख सकते हैं. मालूम हो कि कांग्रेस के चिंतन शिविर से पहले ही चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच लगातार बैठकें हो रही हैं.बता दे, इस साल कांग्रेस पार्टी की पांच विधानसभा चुनावी राज्यों में हुई करारी हार को लेकर अब पार्टी के नेतृत्व में बदलाव की मांग भी उठ रही है. इसी बीच मुख्यमंत्री गहलोत का दिल्ली दौरा भी काफी अहम् माना जा रहा है.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत तक होने वाले हैं. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इन चुनावों की सभी चुनौतियों को देखते हुए तैयारी भी शुरू भी कर दी है. भाजपा की तरह कांग्रेस में सीएम फेस को लेकर गहलोत और पायलट गुट के बीच राजस्थान की जमीन पर भी खींचतान जारी है. बता दें, पिछले पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार का एक बड़ा कारण पार्टी की अंतरिम खींचतान रही थी.
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