नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस संसदीय दल की बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक में सोनिया गांधी को एक बार फिर कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन चुन लिया गया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ही सोनिया गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा था, इसमें कई नेताओं ने उसका समर्थन […]
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस संसदीय दल की बैठक शुरू हो गई है. इस बैठक में सोनिया गांधी को एक बार फिर कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन चुन लिया गया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ही सोनिया गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा था, इसमें कई नेताओं ने उसका समर्थन किया. अब मांग यह उठ रही है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए.
वहीं कांग्रेस नेता ने नेता प्रतिपक्ष बनने को लेकर अभी अपनी सहमति नहीं दी है, इस वजह से बैठक में भी कोई मुहर नहीं लग पाई है. खड़गे ने कहा है कि थोड़ा इंतजार करना होगा, उसके बाद ही इस बात का फैसला हो पाएगा. आपको जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस के तमाम बड़े नेता चाहते है कि राहुल गांधी ही लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाएं.
इसमें तर्क दिया गया है कि राहुल गांधी ने इस चुनाव में जिस आक्रमकता के साथ बीजेपी का सामना किया, जिस तरह से मोदी को घेरा और उसका चुनावी नतीजों में दिखा है. ऐसे में अब लोकसभा में कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए राहुल गांधी को ही नेता प्रतिपक्ष बनना चाहिए, लेकिन राहुल गांधी अभी भी फैसला नहीं ले पा रहे हैं, वे असमंजस में चल रहे हैं. खड़गे जरूर कह रहे हैं कि यह सही समय है और राहुल गांधी को तुरंत फैसला करना चाहिए, लेकिन पूर्व अध्यक्ष अभी और इंतजार करने के मूड में है.