Shiv Sena Dussehra Rally: मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में बुधवार को दो बड़े शक्ति प्रदर्शन देखने को मिले। दशहरा के अवसर पर शिवसेना के दोनों गुटों ने अलग-अलग स्थानों पर रैली का आयोजन किया। उद्धव ठाकरे गुट की रैली शिवसेना के पारंपरिक शिवाजी पार्क में हुई, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की रैली बीकेसी मैदान में […]
मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में बुधवार को दो बड़े शक्ति प्रदर्शन देखने को मिले। दशहरा के अवसर पर शिवसेना के दोनों गुटों ने अलग-अलग स्थानों पर रैली का आयोजन किया। उद्धव ठाकरे गुट की रैली शिवसेना के पारंपरिक शिवाजी पार्क में हुई, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की रैली बीकेसी मैदान में हुई। दोनों गुटों की रैली में भारी संख्या में लोगों ने पहुंचे थे। इस दौरान उद्धव और शिंदे ने एक-दूसरे पर खूब निशाना साधा।
शिवाजी पार्क की रैली में जहां एक ओर उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे पर वार करते हुए उन्हें गद्दार और देशद्रोही बताया। वहीं एकनाथ शिंदे ने पलटवार करते हुए कहा कि गद्दारी अभी नहीं साल 2019 में हुई थी, जब बीजेपी के साथ चुनाव लड़ने के बाद कांग्रेस और एनसीपी के साथ उद्धव ने सरकार बनाई थी।
बता दें कि दशहरा रैली में दोनों गुटों के पोस्टर में बालासाहेब का स्थान दिया गया था। उद्धव और शिंदे दोनों ही गुट की रैली में मंच पर बालासाहेब ठाकरे के लिए कुर्सी खाली की गई थी। गौरतलब है कि शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे ने दशहरा रैली के दिन ही शिवाजी के नाम पर शिवसेना की नींव रखी थी।
उद्धव ठाकरे ने शिवाजी पार्क में रैली के दौरान बागी विधायकों को कथित तौर पर मिले 50 करोड़ का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मेरी रैली में कोई भी पैसे लेकर नहीं आया है। ठाकरे ने कहा कि रावण के 10 सिर थे, लेकिन इस रावण (शिंदे) के पास 50 सिर हैं, ये सिर नहीं खोके हैं। साथ ही उद्धव ने एक 50 खोके लिखा हुआ रावण भी दहन किया।
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