मोदी सरकार द्वारा मुस्लिम वुमेन बिल, 2017 को राज्यसभा में पास कराने की कोशिशों में जुटी है. ऐसे में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मोदी सरकार को बड़ा झटका देते हुए कहा कि तीन तलाक से जुड़े शरीअत कानून में किसी भी सरकार को दख़ल देने का हक़ नहीं है.
मुंबई. जहां एक ओर केंद्र सरकार तीन तलाक पर रोक को कानून बनाने के लिए लोक सभा में विधेयक पास करवा चुकी है. हालांकि राज्यसभा में ये बिल विपक्षी पार्टियों के विरोध के कारण अटक गया है. इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने तीन तलाक को लेकर बड़ा बयान दिया है. शरद पवार ने तीन तलाक के बारे में कहा कि तीन तलाक कुरान के अनुसार जायज है. तलाक से जुड़े शरीअत कानून के मामले में किसी भी सरकार को दख़ल देने का हक़ नहीं है.
औरंगाबाद में आयोजित एक सभा में शरद पवार ने कहा कि इस्लाम में कुरान के जरिए तलाक की व्यवस्था है. यह एक संदेश है और किसी भी शासक को इसमें दखल नहीं देना चाहिए. शरद पवार ने कहा कि यदि एक साथ तीन तलाक देने पर रोक महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ा है तो यह काम मुस्लिम समुदाय के प्रभावशाली लोगों और मौलानाओं को विश्वास में लेकर किया जाना चाहिए.
एनसीपी नेता ने एनडीए सरकार की कृषि नीतियों पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी फसल की उचित कीमत नहीं मिल रही है और सरकार किसानों की आत्महत्याओं पर भी चिंतित नहीं है. बता दें कि एक साथ तीन तलाक को आपराधिक बनाने वाले इस बिल को मोदी सरकार लोकसभा में बहुमत होने के कारण पास करवा चुकी है. लेकिन राज्यसभा में पूर्ण बहुमत नहीं होने और विपक्ष के विरोध के चलते ये बिल पास नहीं हो पाया है. विपक्ष ने इस बिल को स्टैंडिंग कमेटी को भेजे जाने की मांग की हुई है.
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