लखनऊ. समाजवादी पार्टी से रार के बाद सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर मुश्किलों में घिर गए हैं. एक-एक कर राजभर के करीबी ही उनका साथ छोड़कर जा रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को सुभासपा के कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया, इतना ही नहीं इन नेताओं ने इस्तीफ़ा देने के साथ ही […]
लखनऊ. समाजवादी पार्टी से रार के बाद सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर मुश्किलों में घिर गए हैं. एक-एक कर राजभर के करीबी ही उनका साथ छोड़कर जा रहे हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को सुभासपा के कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया, इतना ही नहीं इन नेताओं ने इस्तीफ़ा देने के साथ ही राजभर पर गंभीर आरोप भी लगाया है. बता दें, इस्तीफ़ा देने वाले नेताओं में सुभासपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष मास्टर राधेश्याम सिंह सहित कुशीनगर के जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी शामिल हैं.
इस्तीफ़ा देने वाले नेताओं में सुहेलदेव समाजवादी पार्टी के कुशीनगर जिलाध्यक्ष, जिला सचिव और जिला प्रभारी शामिल हैं, वहीं ये इस्तीफ़ा भेजने से पहले सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर पर गंभीर आरोप भी लगाए गए. राजभर के करीबी माने जाने वाले राधेश्याम सिंह ने राजभर पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए कहा कि राजभर ने मंडी खोल रखी है और ये पैसे लेकर टिकट बेचते हैं. वहीं, उन्होंने अपने खुद के खाते में 20 लाख रूपये ट्रांसफर करने का दावा भी किया.
कुशीनगर सुभासपा के जिम्मेदार कार्यकर्ताओं के इस्तीफा देने वाले प्रदेश स्तरीय नेता मास्टर राधेश्याम सिंह ने इस्तीफ़ा देते हुए कहा कि सुभसपा प्रमुख राजभर के इस तरह बार-बार पाला बदलने से पार्टी के जो कर्तव्यनिष्ट नेता हैं उनका पार्टी से विश्वास डगमगा रहा है. कार्यकर्ताओं के इस डगमगाते विश्वास को संभालने की बजाय सुभासपा के नीति नियंता ओमप्रकाश राजभर अपने हिसाब से ही फैसले लेते रहे, इसका नतीजा यह हुआ कि पार्टी के खांटी कार्यकर्ताओं का विश्वास पूरी तरह से डिग गया और वे अपने को ठगा महसूस करने लगे हैं.
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