मुंबई, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 5 दिन से प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में चल रहे शिवसेना नेता संजय राउत को बुधवार को मुंबई की विशेष अदालत में पेश किया गया था, संजय राउत ने कोर्ट में बताया कि हिरासत के दौरान केंद्रीय एजेंसी ने उन्हें एक ऐसे कमरे में रखा है, जिसमें न तो खिड़की […]
मुंबई, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 5 दिन से प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में चल रहे शिवसेना नेता संजय राउत को बुधवार को मुंबई की विशेष अदालत में पेश किया गया था, संजय राउत ने कोर्ट में बताया कि हिरासत के दौरान केंद्रीय एजेंसी ने उन्हें एक ऐसे कमरे में रखा है, जिसमें न तो खिड़की है और न ही वेंटिलेशन का कोई साधन है.
वहीं, कोर्ट ने संजय को एक बार फिर ईडी की हिरासत में भेज दिया है, पहले राउत को 4 अगस्त तक ईडी हिरासत में भेजा गया था जिसे अब बढ़ाकर 8 अगस्त कर दिया गया है. यानी अब उन्हें 5 दिनों तक और हिरासत में ही रहना होगा, गौरतलब है रविवार को 6 घंटे की पूछताछ के बाद संजय राउत को गिरफ्तार किया गया था.
पात्रा चॉल जमीन घोटाले की शुरुआत साल 2007 से हुई, महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी यानी म्हाडा, प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की मिली भगत से यह घोटाला किया गया, साल 2007 में म्हाडा ने पात्रा चॉल के रिडिवेलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को सौंपा, यह कंस्ट्रक्शन गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर में होना था. म्हाडा की 47 एकड़ जमीन में कुल 672 घर बने हैं, जबकि रीडिवेलपमेंट के बाद गुरु आशीष कंपनी को साढ़े तीन हजार से ज्यादा फ्लैट बनाकर देने थे और म्हाडा के लिए फ्लैट्स बनाने के बाद बची हुई जमीन को प्राइवेट डिवलपर्स को बेचना था. लेकिन 14 साल के बाद भी कंपनी ने लोगों को फ्लैट बनाकर नहीं दिए.
गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ;पर आरोप है कि फ्लैट बनाने की बजाए इन्होने 47 एकड़ जमीन को आठ अलग-अलग बिल्डरों को बेच दी थी, इससे कंपनी ने 1034 करोड़ रुपये कमाए थे. वहीं मार्च 2018 में म्हाडा ने गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी. मामला आर्थिक अपराध विंग यानी EOW को सौंपा गया. EOW ने फरवरी 2020 में प्रवीण राउत को गिरफ्तार कर लिया, बताया जाता है कि प्रवीण राउत, संजय राउत के बहुत करीबी थे और वह एचडीआईएल में सारंग वधावन और राकेश वधावन के साथ कंपनी में निदेशक थे. वधावन बंधु PMC बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी हैं, हालांकि प्रवीण राउत को कोर्ट ने जमानत दे दी लेकिन पीएमसी बैंक घोटाले के मामले में प्रवीण को ईडी ने गिरफ्तार कर किया.