अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा के दौरान राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गले मिले. इसे लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है. सत्तापक्ष विभिन्न तरह की बातें कर रहा है तो महागठबंधन की तरफ से अखिलेश यादव ने भी उन्हें नसीहत दे डाली है.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राहुल गांधी के गले मिलने पर उन्हें नसीहत दी है. अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में राहुल गांधी को गले नहीं मिलने की नसीहत दी है. उन्होंने लिखा है कि इस तरह गले मिलोगे तो कोई हाथ भी नहीं मिलाएगा. राहुल गांधी का नाम लिए बगैरअखिलेश यादव ने ट्वीट किया है, ‘कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से, ये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो’.
इसके अलावा अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शाहजहांपुर में ‘किसान कल्याण रैली’ पर भी जमकर हमला बोला. पीएम मोदी का भी नाम लिए बगैर अखिलेश यादव ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, आज आवश्यकता किसान कल्याण रैली करके झूठे वादे करने की नहीं है. बल्कि ये बताने की है कि जो MSP घोषित की गई है वो सरकार कब, कैसे और किसके माध्यम से देगी और हमारे द्वारा प्रस्तावित आम, अनाज, सब्ज़ी व ग्रेटर नोएडा की मंडी क्यों नहीं बनायी. किसान अभी भी ऋण माफ़ी का इंतज़ार कर रहे हैं.
अखिलेश यादव ने दोनों ट्वीट में बड़ी ही सावधानी से मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी को भी नसीहत दे डाली. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को शाहजहांपुर में ‘किसान कल्याण रैली’ को संबोधित किया था. यहां उन्होंने अपना फोकस विपक्षी गठबंधन और अविश्वास प्रस्ताव पर ही रखा. इसके साथ ही उन्होंने शाहजहांपुर में विकास योजनाएं पहुनंचने का दावा किया.
आज आवश्यकता किसान कल्याण रैली करके झूठे वादे करने की नहीं है बल्कि ये बताने की है कि जो MSP घोषित की गई है वो सरकार कब, कैसे और किसके माध्यम से देगी और हमारे द्वारा प्रस्तावित आम, अनाज, सब्ज़ी व ग्रेटर नोएडा की मंडी क्यों नहीं बनायी. किसान अभी भी ऋण माफ़ी का इंतज़ार कर रहे हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 21, 2018
रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अपने कार्यकाल में हमने कोशिश की है कि किसानों को उनकी एक-एक पाई उनके खाते में पहुंचे. बीते चार साल में हमने किसानों का जो हजारों करोड़ रुपया बकाया था उसे उनको दिलवाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि हमने फैसला किया है कि गन्ना किसानों को गन्ने पर लागत मूल्य के ऊपर करीब 80 प्रतिशत सीधा लाभ मिले. इसके अलावा पीएम मोदी ने यूरिया की नीम कोटिंग जैसी उपलब्धियां गिनाईं.
कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से
ये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 21, 2018
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