लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले सियासी गलियरों में उठा-पटक तेज हो गई है. कई बड़े नेता अपनी पार्टी छोड़ कर दूसरे दलों में शामिल हो रहे हैं. वहीं पार्टी में कुछ नेता अपना पद छोड़कर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. यूपी में 5 बार से सांसद रहे सलीम इकबाल शेरवानी 18 फरवरी को सपा के […]
लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले सियासी गलियरों में उठा-पटक तेज हो गई है. कई बड़े नेता अपनी पार्टी छोड़ कर दूसरे दलों में शामिल हो रहे हैं. वहीं पार्टी में कुछ नेता अपना पद छोड़कर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. यूपी में 5 बार से सांसद रहे सलीम इकबाल शेरवानी 18 फरवरी को सपा के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि अगले कुछ हफ्तों में वह अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में फैसला लेंगे।
सलीम इकबाल शेरवानी ने दिल्ली के इस्लामी कल्चर सेंटर में अपने समर्थकों संग बैठक की और इस दौरान उन्होंने पार्टी के पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया. सलीम इकबाल शेरवानी राज्यसभा में किसी मुस्लिम को टिकट न देने से नाराज चल रहे हैं. इसी वजह से उन्होंने सपा के राष्ट्रीय महासचिव का पद छोड़ दिया है।
आपको बता दें कि सलीम इकबाल शेरवानी बदायूं लोकसभा सीट से 5 बार के सांसद रह चुके हैं. 4 बार से वह सपा और 1 बार कांग्रेस से सांसद रह चुके हैं. बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सलीम इकबाल शेरवानी सपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. वहीं चुनाव में कांग्रेस से मिली हार के बाद वह समाजवादी पार्टी में वापस आ गए थे. अब सलीम इकबाल शेरवानी समाजवादी पार्टी के आलाकमान से नाराज चल रहे हैं।
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