Sadhvi Pragya 5 Controversial Remarks: नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताने वालीं बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा का विवादों से नाता, जानें अब तक के 5 सबसे विवादित बयान
Sadhvi Pragya 5 Controversial Remarks, Sadhvi Pragya Thakur ke Vivadit Byaan: नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताने से पहले भी कई बार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर विवादित बयान दे चुकी हैं. इससे पहले एक बार उनके बयान के कारण बीजेपी ने उनपर पब्लिक में बयान देने पर बैन लगाया था. भाजपा नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में नाथूराम गोडसे पर अपनी टिप्पणी से एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया था. इसी पर कार्रवाई करते हुए सरकार ने प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा पैनल से भी बाहर कर दिया है.
November 28, 2019 2:23 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago
नई दिल्ली. भाजपा नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में नाथूराम गोडसे पर अपनी टिप्पणी से एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है. इसी बयान पर विवाद होने के बाद आज सरकार ने कार्रवाई करते हुए प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा पैनल से बाहर कर दिया है. वहीं सोशल मीडिया पर मांग उठ रही है कि उन्हें संसद और बीजेपी दोनों से निष्कासित किया जाए. दरअसल उन्होंने महात्मा गांधी को मारने वाले नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ करार दिया. उनकी टिप्पणी पर सभी ने आलोचना की और कांग्रेस ने भाजपा को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी. लेकिन ऐसा पहली बार नहीं है कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कोई विवादित बयान दिया हो. इससे पहले भी वो कई बार विवादित टिप्पणी कर चुकी हैं. यहां तक की एक बार बीजेपी ने उनपर पब्लिक में बोलने पर बैन भी लगा दिया था.
यहां पढ़ें साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के पुराने विवादित बयान
उन्होंने इससे पहले भी गोडसे को देशभक्त बताया था. उन्होंने कहा था कि गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि गोडसे को आतंकवादी कहने वाले स्वयं के गिरेबां में झांककर देखें. चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा.
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने मुंबई में हुए 26/11 के आतंकवादी हमले में शहीद पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के लिए कहा था कि उन्होंने करकरे को श्राप दिया था, जिसके कारण करकरे की आतंकवादी हमले में मौत हो गई.
बाबरी मस्जिद ढांचा गिराने पर उन्होंने कहा था कि हां, मैं अयोध्या गई थी. मैंने पहले भी ये कहा था. मैं मना नहीं कर रही. मैंने ढांचे को तोड़ा था. मैं वहां जाकर राम मंदिर निर्माण में भी मदद करूंगी. कोई हमें ऐसा करने से नहीं रोक सकता. राम राष्ट्र हैं, राष्ट्र राम हैं. उन्होंने ये भी कहा था कि इसका अफसोस नहीं, ढांचा गिराने पर तो हम गर्व करते हैं. हमारे प्रभु रामजी के मंदिर पर अपशिष्ट पदार्थ थे, उनको हमने हटा दिया.
उन्होंने चुनाव में अपने प्रतिद्वंदी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को आतंकवादी बताते हुए कहा था कि राज्य में 16 साल पहले उमा दीदी ने हराया था और वह 16 साल मुंह नहीं उठा पाया और राजनीति कर लेता इसकी कोशिश नहीं कर पाया. अब फिर से सिर उठा है तो दूसरी संन्यासी सामने आ गई है जो उसके कर्मों का प्रत्यक्ष प्रमाण है. एक बार फिर ऐसे आतंकी का समापन करने के लिए संन्यासी को खड़ा होना पड़ा है.
एक बार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा था कि जब मैं (लोकसभा) चुनाव लड़ रही थी, तो एक महाराज जी ने मुझसे कहा कि बुरा समय हम पर है और विपक्ष बीजेपी के खिलाफ कुछ ‘मारक शक्ति’ का उपयोग कर रहा है. मैं बाद में भूल गयी कि उन्होंने क्या कहा लेकिन अब जब मैं अपने दिग्गज नेताओं को हमें एक-एक करके छोड़ते हुए देखती हूं तो मैं सोचने पर मजबूर हूं कि क्या महाराज जी सही नहीं थे?
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के लगभग सभी बयान के बाद बीजेपी ने उन्हें अनुशासन में रहने की सलाह दी. हालांकि वो फिर भी बयान देने से पीछे नहीं हटीं. आखिरी बयान के बाद भी बीजेपी ने उनपर पब्लिक में बोलने पर बैन लगा दिया था.