जयपुर: भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। सचिन पायलट का कहना है कि अशोक गहलोत की सरकार में भ्रष्टाचार के मुद्दों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 4 बजने के बाद उनका धरना प्रदर्शन खत्म हो चुका है। अब खबर […]
जयपुर: भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। सचिन पायलट का कहना है कि अशोक गहलोत की सरकार में भ्रष्टाचार के मुद्दों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 4 बजने के बाद उनका धरना प्रदर्शन खत्म हो चुका है। अब खबर है कि CM गहलोत भी अनशन खत्म होने के बाद अपने घर पहुंच चुके है। इसके बाद उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की।
लेकिन क्या एक दिन के धरने के बाद अब अनशन खत्म हो जाएगा या फिर यह आंदोलन जारी रहेगा? आपको बता दें, राजस्थान में कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी सचिन पायलट पर भी तीखा हमला बोला था। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सचिन पायलट के धरने को पार्टी विरोधी गतिविधि बताया था। लेकिन इन सब के बाद भी पायलट ने अपना अनशन जारी रखा। ऐसे में अब खबर है कि सुखजिंदर सिंह रंधावा अपनी रिपोर्ट हाई कमान को अनुशासन समिति को सौंपेंगे। इसी की बुनियाद पर ही सचिन को नोटिस भेजा जाएगा। हालांकि इसका फैसला आलाकमान तय करेगी।
आपको बता दें, अनशन के दौरान आज CM गहलोत ने एक वीडियो ट्वीट किया था। अब इस वीडियो के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि यह वीडियो सरकार को सचिन पायलट के आंदोलन से हुई शर्मिंदगी से बचाने के लिए जारी किया गया है और सीएम गहलोत गरीबों के बीच अपनी छवि सुधारने के लिए कदम उठा रहे हैं। इसे जारी अनशन से ध्यान हटाने की कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है।
सबसे पहले जानते हैं कि अशोक गहलोत ने अपने वीडियो में अवाम को क्या संदेश दिया। आपको बता दें, अपने छह मिनट के वीडियो में अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी कोशिश है कि राजस्थान को 2030 तक देश का नंबर एक राज्य बनाया जाए, जिसके लिए इस साल के बजट में ऐसी योजनाओं को शामिल किया गया है, जो किसी अन्य राज्य में उपलब्ध नहीं है।
सीएम गहलोत ने कहा कि लोग उनकी योजना से अनजान रह जाते हैं, इसलिए पैसा सरकार के हाथ में पड़ा रहता है और कई बार ऐसे लोगों को इसका फायदा मिल जाता है जो इसके हक़दार नहीं होते। इस समस्या के निपटने के लिए सरकार ने एक नई पहल की है। 24 अप्रैल से राज्य भर में हजारों कैंप स्थापित किए जाएंगे ताकि जिन गरीब परिवारों को अभी तक लाभ नहीं मिला है, उन्हें इन सभी योजनाओं का फायदा मिल सके।