S Jaishankar on China: एस जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से कहा कि 'गलवान में जो कुछ भी हुआ उसे चीन ने काफी सोची-समझी और पूर्वनियोजित रणनीति के तहत अंजाम दिया है. इसलिए भविष्य की घटनाओं की जिम्मेदारी उसी पर होगी.' विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि इस घटना का द्विपक्षीय संबंधों पर भी दूरगामी और गंभीर प्रभाव पड़ेगा.
लद्दाख: भारत चीन सीमा पर सोमवार रात हुई हिंसक झड़प के बाद भारत ने चीन को कड़ी चेतावनी दी है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि गलवान में जो कुछ भी हुआ वो चीन की साचिश थी. उन्होंने कहा कि चीन ने जमीनी हालात को बदलने के लिए सोची समझी साजिश के तहत ये कार्रवाई की. एस जयशंकर ने ये बातें बुधवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से फोन पर हुई बातचीत में भी ये बात स्पष्ट तौर पर कही.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से कहा कि ‘गलवान में जो कुछ भी हुआ उसे चीन ने काफी सोची-समझी और पूर्वनियोजित रणनीति के तहत अंजाम दिया है. इसलिए भविष्य की घटनाओं की जिम्मेदारी उसी पर होगी.’ विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि इस घटना का द्विपक्षीय संबंधों पर भी दूरगामी और गंभीर प्रभाव पड़ेगा.
विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मतभेदों से उबरने के लिए दोनों पक्षों को मौजूदा तंत्रों के जरिए बातचीत और समन्वय का रास्ता और दुरुस्त करना चाहिए. वहीं दूसरी तरफ चीनी समकक्ष ने कहा कि 15 जून की शाम को दोनों मोर्चे के बीच सैन्य-स्तर की बैठक में जो सर्वसम्मति बनी थी उसको भारतीय सैनिकों ने तोड़ा. उन्होंने कहा कि गलवान घाटी में स्थिति सामान्य होने पर भारतीय सैनिकों ने लाइन ऑफ कंट्रोल को पार किया और हमारे सैनिकों को उकसाया.
वांग यी ने ये भी कहा कि भारतीय सेना ने सीमा मुद्दे पर दोनों देशों के बीच समझौते का उल्लंघन किया है. उन्होंने भारत से इस घटना की जांच करने की मांग की है. और कहा कि जो भी इसके लिए जिम्मेदार है उसको सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो.