जयपुर. राजस्थान में बीते दिन खूब हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. विधायकों ने गहलोत सरकार के शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल के घर बैठक की, और फिर स्पीकर के घर जाकर इस्तीफ़ा सौंप दिया. विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस आलाकमान एक्शन में आ गया है और बैठकों का दौर चल रहा है. कुछ देर पहले […]
जयपुर. राजस्थान में बीते दिन खूब हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. विधायकों ने गहलोत सरकार के शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल के घर बैठक की, और फिर स्पीकर के घर जाकर इस्तीफ़ा सौंप दिया. विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस आलाकमान एक्शन में आ गया है और बैठकों का दौर चल रहा है. कुछ देर पहले सोनिया गाँधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन के साथ बैठक की थी और उन्हें स्थिति की रिपोर्ट सौंपने को कहा है. वहीं, अब प्रियंका गाँधी भी सोनिया गाँधी के घर पहुँच गई हैं और दोनों के बीच मौजूदा स्थिति पर मंथन चल रहा है.
इसी बीच गहलोत सरकार के शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल का बड़ा बयान सामने आया है. दरअसल धारीवाल ने सचिन पायलट पर जमकर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि गद्दारों को पुरस्कार देना वह बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसके साथ ही इशारों ही इशारों में उन्होंने पर्यवेक्षक अजय माकन पर भी हमला बोला और कहा कि वो तो एक लक्ष्य के साथ ही राजस्थान आए थे और उनका लक्ष्य था पायलट को मुख्यमंत्री बनाना, वो इसी मिशन पर आए थे. इतना ही नहीं, धारीवाल ने अजय माकन पर विधायकों के साथ पक्षपात करने का भी आरोप लगाया.
शांति धारीवाल ने पायलट के खिलाफ कहा कि 2020 में राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर संकट आया था, उस समय सोनिया गांधी ने हर हालत में कांग्रेस सरकार को बचाने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद वे लोग करीब 34 दिनों तक लगातार होटल में रहे, तब पीसीसी चीफ और उप मुख्यमंत्री होते हुए भी सचिन पायलट ने अपनी सरकार के साथ बगावत की थी. शांति धारीवाल ने अशोक गहलोत को सीएम पद से हटाने का षड्यंत्र रचने का अजय माकन पर आरोप लगाया है, उनका कहना है कि माकन एक विशेष एजेंडे के साथ राजस्थान आए थे और वो एजेंडा था पायलट को मुख्यमंत्री बनाना.