नई दिल्ली. राजस्थान कांग्रेस में इस समय सियासी घमासान मचा हुआ है. ऐसे में बगावत करने वाले विधायक एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं, इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने गहलोत गुट के मंत्री शांति धारीवाल पर भी कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं, गुढ़ा ने धारीवाल को इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड […]
नई दिल्ली. राजस्थान कांग्रेस में इस समय सियासी घमासान मचा हुआ है. ऐसे में बगावत करने वाले विधायक एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं, इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने गहलोत गुट के मंत्री शांति धारीवाल पर भी कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं, गुढ़ा ने धारीवाल को इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड बताया है, उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हुआ सब धारीवाल के कहने पर ही हुआ. धारीवाल ने अपने आवास पर बुलाकर डरा-धमका कर विधायकों से इस्तीफे लिए. बीते दिन भी विधायक इंदिरा मीणा ने कहा था कि उन लोगों से किसी कागज पर साइन करवाए गए और इस्तीफे के लिए कहा गया.
वहीं, शुरू से ही धारीवाल पर्यवेक्षक अजय माकन और सचिन पायलट पर हमलावर हैं. उन्होंने बीते दिन सचिन पायलट पर जमकर निशाना साधा, उन्होंने कहा कि गद्दारों को पुरस्कार देना वह बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसके साथ ही इशारों ही इशारों में उन्होंने पर्यवेक्षक अजय माकन पर भी हमला बोला और कहा कि वो तो एक लक्ष्य के साथ ही राजस्थान आए थे और उनका लक्ष्य था पायलट को मुख्यमंत्री बनाना, वो इसी मिशन पर आए थे. इतना ही नहीं, धारीवाल ने अजय माकन पर विधायकों के साथ पक्षपात करने का भी आरोप लगाया.
शांति धारीवाल ने पायलट के खिलाफ कहा कि 2020 में राजस्थान में कांग्रेस सरकार पर संकट आया था, उस समय सोनिया गांधी ने हर हालत में कांग्रेस सरकार को बचाने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद वे लोग करीब 34 दिनों तक लगातार होटल में रहे, तब पीसीसी चीफ और उप मुख्यमंत्री होते हुए भी सचिन पायलट ने अपनी सरकार के साथ बगावत की थी. शांति धारीवाल ने अशोक गहलोत को सीएम पद से हटाने का षड्यंत्र रचने का अजय माकन पर आरोप लगाया है, उनका कहना है कि माकन एक विशेष एजेंडे के साथ राजस्थान आए थे और वो एजेंडा था पायलट को मुख्यमंत्री बनाना.
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