राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने सोमवार को विधानसभा में घोषणा की है कि सूबे के सरकारी स्कूलों में अब से 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के दिन 'मातृ-पितृ पूजन दिवस' मनाया जाएगा. इस दिन छात्रों के माता-पिता को भी स्कूलों में बुलाया जाएगा. देवनानी ने विधानसभा में इस बात का भी ऐलान किया कि टीचर्स ट्रेनिंग कैंप का नाम अब से पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर होगा. कांग्रेसी नेताओं ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है.
जयपुरः राजस्थान के सरकारी स्कूलों में अब से 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे के दिन ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’ मनाया जाएगा. सोमवार को शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने विधानसभा में इसकी घोषणा की. इतना ही नहीं, मिली जानकारी के अनुसार इस दिन छात्रों के माता-पिता को भी स्कूलों में बुलाया जाएगा. शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा, ’14 फरवरी को लोग चाहे किसी भी डे के रूप में मनाते हों, हमें इसकी परवाह नहीं है. लेकिन किसी अन्य से प्रेम करने से पहले हमें अपने माता-पिता से प्रेम करना चाहिए. इसके लिए छात्रों को प्रेरित करने के उद्देश्य से वेलेंटाइन डे के दिन स्कूलों में मातृ-पितृ पूजन होगा.’ देवनानी ने विधानसभा में इस बात का भी ऐलान किया कि टीचर्स ट्रेनिंग कैंप का नाम अब से पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर होगा. कांग्रेसी नेताओं ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है.
राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी इससे पहले तब सुर्खियों में रहे थे जब उन्होंने सरकारी पाठ्यक्रम में इमरजेंसी पर एक अध्याय जोड़ने के लिए जवाहर लाल नेहरू को स्कूल की पाठ्यपुस्तकों से हटाने का फैसला किया. सूबे का शिक्षा विभाग तब भी चर्चा में रहा जब यह कहा गया कि मेवाड़ के शासक महाराणा प्रताप ने मुगल सम्राट अकबर को हल्दीघाटी के युद्ध में पराजित किया था. इस बारे में इतिहासकारों के अलग-अलग मत हैं. एक इंटरव्यू में शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने इस बारे में कहा था, ‘हम इतिहास को दोबारा लिख रहे हैं क्योंकि यह विकृत था. हम चाहते हैं कि हमारे छात्रों को भारतीय संस्कृति पर गर्व होना चाहिए, जिससे वह एक आदर्श नागरिक बनें.’
बताते चलें कि राजस्थान के शिक्षा विभाग द्वारा स्कूली छात्राओं को दी गई साइकिलों का रंग भगवा करने पर भी खासा विवाद हुआ था. दूसरी ओर स्कूलों में सूर्य नमस्कार कराए जाने पर भी अल्पसंख्यक समुदाय ने खासा विरोध किया था. शिक्षा मंत्री द्वारा विधानसभा में इस बात पर भी जोर देते हुए बताया गया कि शिक्षा के बढ़ते स्तर के लिए राज्य सरकार टेक्नोलॉजी का प्रयोग भी कर रही है. मानव संसाधन मंत्रालय की मदद से 150 गर्ल्स हॉस्टल में डिजिटल क्लासरूम की व्यवस्था की जा रही है. बताते चलें कि ऐसा नहीं है कि राजस्थान सरकार पहली सरकार है जो वेलेंटाइन डे के दिन इस तरह के आयोजन कर रही है, पिछले साल छत्तीसगढ़ सरकार ने भी छात्रों को भारतीय संस्कृति और परंपराएं सिखाने के लिए वेलेंटाइन डे को ‘पैरेंट्स डे’ के तौर पर मनाने का ऐलान किया था.
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