नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी संसद सदस्यता खो चुके है. राहुल गांधी अडानी मुद्दे को लगातार सवाल उठा रहे है. जिन नेताओं ने कांग्रेस छोड़ा उनको लेकर राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया. उस ट्वीट के बीच में अडानी लिखा दिखा और उनके ऊपर और नीचे छोड़े हुए कांग्रेसियों के नाम. राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए 5 लोगों पर निशाना साधा.
कांग्रेस में अपनी राजनीति चमकाने वाले गुलाम नमी आजाद बीते साल यानी 2022 में कांग्रेस का हाथ छोड़ दिए थे. आलाकमान से नाराज होकर गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था. कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने देश की सबसे पुरानी पार्टी पर कई सवाल उठाए. कुछ दिन पहले आजादी की आत्मकथा लॉन्च हुई है उसी दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान आजाद ने कहा कि राहुल गांधी की वजह से कई लोगों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया. कांग्रेस छोड़ते ही आजाद ने पीएम मोदी की तारिफ करनी शुरू कर दी और उनको बहुत मेहनती बताया. कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद ने अपनी नई पार्टी का गठन किया और उसका नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी रखा.
राहुल गांधी के मित्र ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च 2020 में कांग्रेस का हाथ छोड़कर कमल की सवारी कर रहे है. राहुल गांधी और उनके परिवार से सिंधिया का बहुत पुराना रिश्ता रहा है. कांग्रेस छोड़ने के बाद सिंधिया ने राहुल गांधी को कभी सीधे निशाना पर नहीं लिया. वही कई कांग्रेस के नेता उनको स्वार्थी और गद्दार कहे लेकिन उनका जवाब सिंधिया ने नहीं दिया. बीते शुक्रवार को सिंधिया ने ग्वालियर में एक सभा के दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस पर भी हमला बोला. सभा के दौरान सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस के पास केवल एक विचारधारा बची है वे भी देशद्रोही की है.
आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम किरण कुमरा रेड्डी ने बीते शुक्रवार को बीजेपी के रथ पर सवार हो गए. किरण कुमार रेड्डी को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भाजपा की सदस्यता दिलाई. कुछ दिन पहले ही किरण कुमार रेड्डी ने कांग्रेस का हाथ छोड़ा था. किरण कुमरा रेड्डी ने कहा कि मैं कभी सोचा नहीं था कि हमको कांग्रेस छोड़नी पड़ेगी लेकिन पार्टी की गलत नीतियों की वजह से कांग्रेस गर्त में जा रही है और कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होती है.
अमस के सीएम हिमंता बिस्व सरमा ने 2015 में बीजेपी का दामन थाम लिया था. पूर्वोत्तर में हिमंता बिस्व सरमा कांग्रेस के बड़ चेहरे थे उन्हीं की बदौलत असम में 2011 में कांग्रेस सत्ता में आई थी. पार्टी छोड़ते हुए उन्होंने कहा था कि हमको कांग्रेस में कभी इज्जत नहीं मिली. असम के सीएम राहुल गांधी पर हमेशा निशाने साधते रहते है.
पूर्व सीएम और रक्षा मंत्री ए के एंटनी के बेटे ने बीजपी का दामन थाम लिया है. विवादित बीबीसी डॉक्यूमेंट्री की आलोचना करने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. अनिल एंटनी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि बीजेपी से तमाम मतभेद है लेकिन इससे देश की संप्रभुता प्रभावित होगी. अनिल एंटनी के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस में हड़कंप मच गया था और कांग्रस उनपर दवाब बनाने लगी थी कि इस ट्वीट को डिलीट करे. उसी के बाद अनिल एंटनी ने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया था.
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