कर्नाटक में राहुल गांधी ने मोदी सरकार को जीएसटी के मुद्दे पर घेरा. उन्होंने कहा कि हमारी व्यवस्था थी कि कमजोर तबके के इस्तेमाल वाले उत्पादों को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा जाए और फिर बाकी के लिए एक टैक्स होना चाहिए. जबकि बीजेपी ने कई स्लैब बना दिये. इसलिए विचार के स्तर पर भाजपा और कांग्रेस की जीएसटी में अंतर है. राहुल ने कहा कि अगर हमारी पार्टी सत्ता में आई तो हम 28 प्रतिशत जीएसटी खत्म करेंगे और पूरे भारत में एक जीएसटी लागू करेंगे.
मैसूर: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक दौरे पर मोदी सरकार पर जमकर हमलावर हो रहे हैं. यहां एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) को लेकर मोदी सरकार को घेरा. राहुल गांधी ने मोदी सरकार द्वारा लाए गए जीएसटी को जनता पर भार डालने वाला टैक्स बताया. उन्होंने कहा कि जीएसटी का विचार पहले कांग्रेस ने दिया था लेकिन जैसा हम जीएसटी चाहते थे मोदी सरकार वैसा नहीं लाई. मोदी सरकार ने जीएसटी को कई स्लैब में रख दिया जबकि कांग्रेस एक स्लैब में रखने के पक्ष में है.
राहुल गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आने पर जीएसटी में परिवर्तन करेगी. कांग्रेस जीएसटी में पांच स्लैब की जगह एक स्लैब लाएगी और 28 प्रतिशत वाला जीएसटी स्लैब खत्म करेगी. राहुल गांधी जब महारानी कॉलेज में छात्रों को संबोधित कर रहे थे तब एक छात्रा आफरीन ने उनसे पूछा था कि सिंगापुर में सात प्रतिशत की एक जीएसटी की दर के बावजूद वहां मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा है जबकि 28 प्रतिशत जीएसटी के बावजूद भारत में ऐसा नहीं है.
इसका जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर बेहतर जवाब दे पाते. हालांकि, उन्होंने छात्रा से कहा कि कांग्रेस एक जीएसटी के पक्ष में है क्योंकि विभिन्न श्रेणी से भ्रष्टाचार बढ़ता है. उन्होंने कहा कि जीएसटी पर उनकी पार्टी का रूख बिल्कुल स्पष्ट है. उन्होंने कहा कि जीएसटी मूल रूप से कांग्रेस पार्टी का विचार है लेकिन हमारा मानना है जिस तरह सिंगापुर में सात प्रतिशत जीएसटी है उसी तरह एक कर वाली स्लैब होनी चाहिए. उन्होंने साफ किया कि कांग्रेस 28 फीसदी वाले टैक्स स्लैब के बिल्कुल खिलाफ है.