2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में दलितों को रिझाने के लिए कांग्रेस आज से नई दिल्ली में “संविधान बचाओ” की शुरुआत की. अगले साल भीमराव अंबेडकर की जयंती तक चलने वाली इस अभियान में देश भर से दलित प्रतिनिधि हिस्सा लेने पहुंचे.
नई दिल्लीः अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सत्ता में वापसी के लिए राहुल गांधी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. कांग्रेस पार्टी आज यानी 23 अप्रैल से संविधान बचाओ अभियान की शुरुआत कर रही है. जिसे लोकसभा चुनाव से दलित समुदाय के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने के तहत काफी अहम माना जा रहा है. दलितों को रिझाने के लिए इस अभियान की शुरुआत राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम से हो रही है. जहां राहुल गांधी हिस्सा लेने पहुंच चुके हैं.
राहुल गांधी ने रैली में कहा कि आज देश की बेटियों को बीजेपी नेताओं से बचाना है. देश जल जाए लेकिन मोदी को मतलब नहीं. राहुल ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि पकौड़े बनाने में भी आध्यात्मिक सुख है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सांसदों को मीडिया में बोलने से रोकते हैं पीएम साथ ही उन्होंने अपना पिछला बयान दोहराते हुए कहा कि मोदी मेरे सामने खड़े होने से घबराते हैं. मुझे 15 मिनट संसद में बोलने दिया जाए तो पीएम खड़े नहीं हो पाएंगे. उन्होंने कहा कि देश का संविधान दलितों की रक्षा करता है. हिंदुस्तान के दलित मोदी जी से नाराज है. मोदी के दिल में दलितों के लिए कोई जगह नहीं.
राहुल गांधी ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा किअगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में देश की जनता पीएम मोदी को अपने मन की बात बताएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा खत्म कर दी है. ये प्रतिष्ठा कांग्रेस ने पिछले 70 साल में बनाई थी. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कहा कि शौचालय साफ करना अध्यात्म कैसे. देश के दलित पीएम मोदी से नाराज हैं. पूरे देश में दलित समाज पर अत्याचार बढ़ें हैं. राहुल गांधी ने कहा कि दो करोड़ लोगों के रोजगार का क्या हुआ. उन्होंने कहा कि पीएम ने अर्थव्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी हैं.
उन्होंने ट्वीट किया कि SC/ST एक्ट में हुए बदलाव के विरोध में दलित भाइयों और बहनों के साथ खड़े होने के लिए और BJP/RSS की दलितों के प्रति भेदभाव की नीति को बेनक़ाब करने के लिए आज तालकटोरा मैदान में “संविधान बचाओ” रैली में शामिल हों. आपकी भागीदारी और सहयोग की अपेक्षा है. इस अभियान में शामिल होने के लिए देश भर से दलित प्रतिनिधि पहुंच रहे हैं.
जिसमें कांग्रेस के वर्तमान और पूर्व सांसद, जिला परिषद, नगरपालिका और पंचायत समितियों में पार्टी समुदाय के प्रतिनिधि और पार्टी की स्थानीय इकाईयों के पदाधिकारी भी हिस्सा ले रहे हैं. बता दें कि यह अभियान अगले साल भीमराव अंबेडकर की जयंती यानी 14 अप्रैल तक जारी रहेगा. अभियान को लेकर एक कांग्रेस नेका ने कहा कि ‘बीजेपी सरकार में संविधान खतरे में है. दलित समुदाय को शिक्षा और नौकरियों में अवसर नहीं मिल रहे हैं. इस अभियान का मकसद इन मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाना है.’
Modi ji ab naya slogan denge – 'Beti Bachao, BJP ke logon se bachao': Rahul Gandhi, Congress President. pic.twitter.com/AjXKPNETgE
— ANI (@ANI) April 23, 2018
In his book 'Karmayog', PM Modi justifies manual scavenging by calling it a 'spiritual experience' for the Valmiki community. This speaks volumes about his anti-Dalit mindset: Rahul Gandhi, Congress President in #Delhi pic.twitter.com/yvmNvRY4x5
— ANI (@ANI) April 23, 2018
SC/ST एक्ट में हुए बदलाव के विरोध में दलित भाइयों और बहनों के साथ खड़े होने के लिए और BJP/RSS की दलितों के प्रति भेदभाव की नीति को बेनक़ाब करने के लिए आज तालकटोरा मैदान में “संविधान बचाओ” रैली में शामिल हों।
आपकी भागीदारी और सहयोग की अपेक्षा है।#SaveTheConstitution
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 23, 2018
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