कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी विधासभा चुनावों की तैयारियों में जुटे हैं. इस दौरान उनके भाषण में मोदी सरकार को कोसने के अलावा एक बात कॉमन नजर आती है, मेड इन चाइना मोबाइल की मिट्टी पलीत करना. राहुल गांधी लगभग हर रैली में कह रहे हैं कि अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो आपके मोबाइल के पीछे मेड इन आपका राज्य या शहर का नाम होगा. राहुल गांधी करीब आधा दर्जन रैलियों में मेड इन डूंगरपुर, मेड इन भोपाल, मेड इन मंदसौर, मेड इन तेलंगाना मोबाइल की बात कर चुके हैं.
नई दिल्ली. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी देशभर के कई शहरों में रैलियां कर चुके हैं. इन रैलियों में खड़े होकर राहुल गांधी अलग-अलग बयान देते हैं. लेकिन वे करीब आधा दर्जन शहरों में एक ही बात दोहराते नजर आए हैं. हिमाचल के कुल्लू में मेड इन हिमाचल प्रदेश का मोबाइल बनाने की बात कहने के बाद से राहुल गांधी मेड इन भोपाल, मेड इन मंदसौर, मेड इन तेलंगाना, मेड इन डूंगरपुर, मेड इन राजस्थान मोबाइल बनाने का दावा कर चुके हैं.
20 सितंबर 2018, राहुल गांधी बोले मेड इन डूंगरपुर, मेड इन राजस्थान मोबाइल
राहुल गांधी ने गुरुवार को राजस्थान के डूंगरपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम चाहते हैं कि एक दिन आप अपने फोन के पीछे देखो और उसपे लिखा हो मेड इन राजस्थान, मेड इन डूंगरपुर.’ राहुल गांधी चुनावी रैलियों में वादा कर रहे हैं कि अगर हम सत्ता में आए तो आपके हाथ में जो फोन होगा उस पर मेड इन चाइना नहीं बल्कि, मेड इन डूंगरपुर या मेड इन राजस्थान लिखा होगा.
17 सितंबर 2018, राहुल गांधी बोले मेड इन भोपाल, मेड इन मध्य प्रदेश मोबाइल
मेड इन राजस्थान का वादा करने से तीन दिन पहले राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. यहां उन्होंने वादा किया कि अगर राज्य में कांग्रेस सत्ता में आई तो चीन के लोगों के भी हाथ में मेड इन भोपाल और मेड इन मध्य प्रदेश का मोबाइल होगा. राहुल गांधी ने भेल दशहरा मैदान में आयोजित कार्यकर्ता संवाद में मेड इन चाइना को मेड इन भोपाल से रिप्लेस करने का दावा किया. उन्होंने कहा कि चाइना के युवकों को दिखाएंगे कि मध्य प्रदेश के युवा क्या हैं.
6 जून 2018, राहुल गांधी बोले- मेड इन मंदसौर मोबाइल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जून में मध्य प्रदेश के मंदसौर में रैली को संबोधित किया. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मेक इन इंडिया की बात करते हैं लेकि उऩके हाथ में भी मेड इन चाइना का मोबाइल है. राहुल ने कहा कि अगर राज्य में हम सत्ता में आए तो आपके हाथ में जो मोबाइल है वो मेड इन मंदसौर होगा. राहुल गांधी ने यहां भी मोबाइल की फैक्ट्री लगाने की बात की.
1 जून 2017, राहुल गांधी बोले- मेड इन तेलंगाना मोबाइल
राहुल गांधी इससे पहले जून 2017 में तेलंगाना में मोबाइल की फैक्ट्री लगाने की बात कह चुके हैं. उन्होंने पीएम मोदी और तेलंगाना के तत्कालीन सीएम के चंद्रशेखर राव पर युवाओं को रोजगार के मुद्दे पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य में हमारी सरकार बनी तो आपके हाथ में जो मोबाइल होगा उसके पीछे मेड इन तेलंगाना लिखा होगा.
6 नवंबर 2017, राहुल गांधी बोले- मेड इन हिमाचल मोबाइल
राहुल गांधी ने पिछले साल 6 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘वो दिन देखना चाहता हूं जब चाइनीज युवा ऐसे सेल्फी लें और फोन को घुमाएं तो उसपर लिखा हो मेड इन हिमाचल प्रदेश, मेड इन इंडिया.’ राहुल गांधी ने यहां भी युवाओं को मोबाइल की फैक्ट्री लगाने का वादा किया था. हालांकि, हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी और राहुल गांधी का मोबाइल फैक्ट्री लगाने का सपना टूट गया.
Wo din dekhna chahta hoon jab Chinese yuva aise selfie le aur phone ko ghumaye to uspar likha ho made in Himachal Pradesh, made in India: RG pic.twitter.com/jMSogi7jEw
— ANI (@ANI) November 6, 2017
टेक्निकली गलत है राहुल गांधी का वादा
बता दें कि राहुल गांधी जो हर शहर फैक्ट्री लगाकर मोबाइल के पीछे मेड इन शहर का नाम डालने का वादा कर रहे हैं यह संभव नहीं है. किसी भी प्रोडक्ट की पहचान उसके शहर या राज्य से नहीं बल्कि, देश से होती है. ब्रांड की लेबलिंग Country of origin के नियमों के तहत होती है. किसी भी ब्रांड को उसके देश के नाम या चिन्ह से ब्रांड किया जाता है. हालांकि, जिस तरह से राहुल गांधी रैलियों मे बता रहे हैं वह मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का एड्रेस हो सकता है. मेन्युफैक्चरिंग यूनिट पर जगह का नाम आ सकता है. लेकिन प्रोडक्ट की इंटरनेशनल स्तर पर पहचान मेड इन इंडिया के तौर पर होगी. राहुल गांधी के वादे टेक्निकली तौर पर सही नहीं हैं.
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