Rahul Gandhi British Citizenship Controversy: लोकसभा चुनाव 2019 के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ब्रिटिश नागरिकता पर विवाद छिड़ गया है. अमेठी से निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुव लाल और बहुजन मुक्ति पार्टी के उम्मीदवार अफजाल वारिस ने निर्वाचन अधिकारी के सामने राहुल गांधी की नागरिकता, नाम और शैक्षणिक योग्यता पर सवाल उठाए हैं. जानिए क्या है इन आरोपों की हकीकत.
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 के चुनावी माहौल के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता का मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है. उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन पर निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुव लाल और बहुजन मुक्ति पार्टी के उम्मीदवार अफजाल वारिस ने जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है. दोनों ने राहुल गांधी की उम्मीदवार रद्द करने की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने नामांकन के दौरान अपनी नागरिकता और शैक्षणिक योग्यता के बारे में गलत जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि ब्रिटेन (यूनाइटेड किंगडम) की एक कंपनी के दस्तावेज में राहुल गांधी ने खुद को ब्रिटिश नागरिक घोषित किया है. यदि वह ब्रिटिश नागरिक हैं तो नियम के मुताबिक भारत में चुनाव लड़ने के योग्य नहीं हैं.
राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल!
अमेठी से निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुव लाल ने राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्होंने ब्रिटेन की बैकोप्स लिमिटेड नाम की कंपनी के दस्तावेज में खुद को ब्रिटने का नागरिक बताया रखा है. राहुल गांधी इस कंपनी के डायरेक्टर भी रह चुके हैं. ध्रुव लाल के मुताबिक राहुल गांधी ने 2004 के चुनाव के दौरान अपने नामांकन पत्र के साथ दायर हलफनामे में ब्रिटेन की बैकोप्स लिमिटेड कंपनी में उनके शेयर होने का जिक्र किया था.
इस कंपनी के 21 अगस्त 2005 के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन और सालाना रिटर्न में राहुल गांधी के खुद को ब्रिटिश नागरिक बता रखा है, साथ ही कंपनी रिकॉर्ड में उनका ब्रिटेन का पता भी मौजूद है. ध्रुव लाल का कहना है कि भारतीय नागरिकता अधिनियम, 1955 के अनुसार यदिकिसी व्यक्ति ने यूके की नागरिकता ले रखी है तो उसकी भारतीय नागरिकता रद्द कर दी जाएगी.
राहुल गांधी की शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल-
अमेठी से निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुव लाल ने बताया कि कांग्रेस उम्मीदवार राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2004 के हलफनामे में बताया कि उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से 2004-05 में एमफिल की. जबकि उन्होंने 2009 और 2014 लोकसभा चुनाव के हलफनामे में बताया कि उन्होंने 1994 में फ्लोरिडा के रोलिन्स कॉलेज से बीए की डिग्री ली है. इसकी जानकारी उन्होंने 2004 के चुनाव में नहीं दी.
इसके अलावा ध्रुव लाल ने बताया कि कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज ने रौल विन्सी के नाम से डिग्री जारी की थी. इस कॉलेज से राहुल गांधी के नाम पर कोई डिग्री जारी नहीं की गई. उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने निर्वाचन विभाग को अपने चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देकर गुमराह किया है.
राहुल गांधी के पास लंदन में प्रोपर्टी है?
ध्रुव लाल ने आगे बताया कि राहुल गांधी ने यूके की कंपनी बैकोप्स लिमिटेड में डायरेक्टर और सेक्रेटरी के पद पर रहते हुए लंदन में प्रोपर्टी खरीदी. उन्होंने कहा कि बैकोप्स लिमिटेड के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन के मुताबिक कंपनी के डायरेक्टर और सेक्रेटरी के नाम पर फ्रोगनल वे, लंदन और साउथगेड स्ट्रीट, विनचेस्टर, हैम्पशायर में प्रोपर्टी है. ध्रुव लाल के अनुसार राहुल गांधी ने इन प्रोपर्टीज के बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं की है. इसके अलावा उन्होंने राहुल गांधी पर कंपनी के मुनाफे से हुई आय के बारे में भी कभी नहीं बताया. हालांकि यह कंपनी 2009 में बंद हो गई थी.
अब आगे क्या?
अमेठी से निर्दलीय प्रत्याशी ध्रुव लाल और बीएमपी प्रत्याशी अफजाल वारिस की शिकायत के बाद रिटर्निंग अधिकारी ने राहुल गांधी के नामांकन की स्क्रूटनी रोक दी है. रिटर्निंग अधिकारी डॉ. राम मनोहर मिश्र ने 22 अप्रैल को स्क्रूटनी करने का आदेश जारी किया है. इस दौरान राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज शिकायत की जांच की जाएगी और उसके आधार पर ही निर्णय लिया जाएगा. यदि इन आरोपों में सच्चाई पाई जाती है तो राहुल गांधी का नामांकन रद्द हो सकता है और उनके खिलाफ अदालत में केस भी हो सकता है. अमेठी में पांचवें चरण में 6 मई 2019 को मतदान होना है.