लालू प्रसाद यादव को सजा सुनाए जाने से पहले पटना में पार्टी की बैठक हुई. यहां लालू यादव को सजा सुनाए जाने के बाद पार्टी की कैसी गतिविधियां होंगी इस बारे में विचार किया गया. मंथन के दौरान रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि लालू यादव की गैरमौजूदगी में भी पार्टी जमीनी मुद्दे उठाती रहेगी और सोशल जस्टिस की लड़ाई भी जारी रखेगी.
पटना. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में सीबीआई की विशेष अदालत ने 3.5 साल की जेल और पांच लाख जुर्माने की सजा सुनाई है. सजा सुनाए जाने से पहले पटना में पार्टी ने आगामी रणनीतियों पर मंथन किया. राजद की आगामी रणनीति को लेकर राजद संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि आगे साल भर में किसान मजदूर और वंचित समाज के लिए जोरशोर से संघर्ष किया जाएगा. इस संघर्ष की तैयारी कैसी होगी इस पर रणनीति तैयार की जा रही है. कानून की लड़ाई कोर्ट में लड़ी जाएगी और जनता की लड़ाई इस मैदान में लड़ी जाएगी.
रघुवंश प्रसाद सिंह ने आगे कहा कि राजद की दोनों लड़ाई परस्पर एक साथ चलेंगी। कानूनी लड़ाई का फैसला जज महोदय के हाथ में है. इस फैसले के मुताबिक ही तय किया जाएगा कि कानून के मुताबिक क्या रणनीति होगी. यहां तो जनता की लड़ाई है. किसानों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धोखाधड़ी की है लेकिन नीतीश कुमार रोज उनकी तारीफ कर रहे हैं. गरीब दब रहा है , वह बेरोजगार है. पढ़ाई बंद है, दवाओं का कोई इंतजाम नहीं है. अनुसूचित जातियों पर देशभर में हिंसा हो रही है. महाराष्ट्र में दलितों पर जोर जुल्म हो रहा है. हम उस पर आवाज उठाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि हम लड़ाई में लोगों का साथ देंगे.
बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह लगातार सत्तारूढ़ बीजेपी-जेडीयू की सरकार पर निशाना साधते रहे हैं. लालू प्रसाद यादव को सजा का ऐलान होने के बाद पार्टी कैसे काम करेगी इस बारे में राजद पहले भी मंथन कर चुका है. कोर्ट द्वारा लालू यादव, राजेंद्र शर्मा, फूल चंद, सुबीर कुमार भट्टाचार्य को 3.5 साल की जेल और 5 लाख का जुर्माना लगाया गया है. वहीं जगदीश शर्मा, सुशील गांधी, ज्योति कुमार झा को 7 साल की जेल 10 लाख रूपये जुर्माना लगाया गया है.
लालू यादव चारा घोटाला मामला: रांची की CBI स्पेशल कोर्ट ने लालू को सुनाई साढ़े तीन साल कैद की सजा