नई दिल्ली। दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के समिट के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लेकर बड़ा बयान दिया है। रघुराम राजन जो भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ज्यादातर नीतियों के आलोचक रहे हैं, उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बारे […]
नई दिल्ली। दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के समिट के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लेकर बड़ा बयान दिया है। रघुराम राजन जो भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की ज्यादातर नीतियों के आलोचक रहे हैं, उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बारे में कहा है कि वे कोरोना के बाद रुस- यूक्रेन संघर्ष की वजह से एक कठिन कार्य कर रहीं हैं, ऐसी स्थिति में अच्छे या बुरे के रूप में उनके कार्य का मूल्यांकन करने वाला कोई नहीं होता।
ब्रिटेन में एक टीवी चैनल के पत्रकार द्वारा वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण को उनके काम को लेकर रैंक देंने के सवाल पर रघुराम राजन ने कहा कि, “मैं उन्हें रैंक नहीं दे सकता, मैंने ऐसा कभी नहीं किया। फिलहाल भारत समेत पूरी दुनिया में जिस तरह के हालात बने हुए है, उसी के चलते सभी देशों की अर्थव्यवस्थाएं दबाव महसूस कर रही है। फिलहाल निर्माला सीतारमण एक कठिन कार्य कर रही है, ऐसे में जो व्यक्ति काम कर रहा है, उन्हें में कोई रैंकिंग नहीं दे सकता हूं।“
रघुराम राजन ने कोरोना के बाद देश के लिए असली चिंता लोअर मिडिल क्लास को बताया, उन्होंने कहा कि इस वर्ग को लेकर अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा चिंता बनी हुई है, इस क्षेत्र में रोजगार की सबसे ज्यादा कमी भी हुई है। अभी देश के सभी बड़े व्यवसाय अच्छा काम कर रहे है, उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान भी अपने कर्ज का भुगतान किया था। इस दौरान बैंकों ने भी अपने लोन राइट ऑफ किए थे। ऐसे में बैंक और बड़े कारोबार आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं, मगर सबसे ज्यादा परेशानी लोअर मिडिल क्लास के साथ हुई है।