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‘कुछ लोगों के हाथ में सारा पैसा’, रघुराम ने समझाया- पूंजीवाद के खिलाफ नहीं हो सकते, लेकिन…

नई दिल्ली. राहुल गाँधी इस समय भारत जोड़ो यात्रा पर है, ऐसे में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में हर रोज नए मेहमान शामिल हो रहे हैं. बुधवार को सवाई माधोपुर में इस यात्रा में आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी शामिल हुए थे. यात्रा के बाद रघुराम राजन और राहुल गांधी ने […]

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  • December 15, 2022 5:14 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली. राहुल गाँधी इस समय भारत जोड़ो यात्रा पर है, ऐसे में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में हर रोज नए मेहमान शामिल हो रहे हैं. बुधवार को सवाई माधोपुर में इस यात्रा में आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी शामिल हुए थे. यात्रा के बाद रघुराम राजन और राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था से लेकर कई मुद्दों पर बात की. इस दौरान पूर्व आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारत के लिए साल 2023 बहुत चुनौतीपूर्ण होने वाला है. रघुराम राजन के मुताबिक, इस साल भी युद्ध और अन्य कारणों के चलते दुनिया आर्थिक रूप से परेशान थी और आने वाला साल भी कुछ ऐसा ही रहने वाला है. भारत की अर्थव्यवस्था पर अपनी राय देते हुए रघुराम राजन ने कहा कि भारत और दुनिया की अर्थव्यवस्थाएं उस रिफॉर्म को तैयार करने में नाकाम रहीं हैं जो विकास के लिए बहुत ज़रूरी थी.

अमीरों पर कोई असर नहीं

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि देश में आर्थिक विकास की दर कोरोना काल शुरू होने से पहले ही गिरने लगी थी. उन्होंने कहा कि अगर आप साल 2019 और 2022 के विकास दर की आपस में तुलना करें तो ये मात्र 2 फीसदी है और ये दर भारत के लिए बहुत कम है. रघुराम राजन ने कहा कि कोरोना काल की वजह से विकास दर धीमी हुई लेकिन इसकी शुरुआत कोरोना से पहले ही हो गई थी. राजन ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था 9 फीसदी की ग्रोथ से घटकर 5 फीसदी पर आ चुकी थी.

भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गाँधी ने जब देश के चंद पूंजीपतियों के हाथों में धन के केंद्रीकरण से जुड़ा सवाल उठाया तो रघुराम राजन ने कहा कि ये एक बहुत बड़ी समस्या है. कोरोना काल के दौरान अपर मिडिल क्लास की कमाई में बढ़ोतरी हुई है क्योंकि वे घर से काम कर सकते थे. लेकिन गरीबों को तो फैक्ट्री जाना पड़ता था और महामारी काल के दौरान फैक्ट्रियां बंद थी इसलिए उन्हें इस दौरान बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कोरोना का असर अमीरों पर कुछ ख़ास नहीं पड़ा है, ऐसे में कोरोना काल के बाद बेरोजगारी बढ़ रही है, ब्याज दर बढ़ रहा है, लोअर मिडिल क्लास बहुत प्रभावित हो रहा है लेकिन अमीरों पर इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा.

 

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