पंजाब। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम द्वारा पूछताछ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. मीडिया रिपोर्टस की माने तो चन्नी ने पूछताछ के दौरान ईडी के ज्यादातर सवालों के जवाब टाल दिए. ऐसे में संकेत हैं कि ईडी दोबारा समन जारी कर चन्नी को परेशान कर सकती है. उधर, कांग्रेस […]
पंजाब। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम द्वारा पूछताछ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. मीडिया रिपोर्टस की माने तो चन्नी ने पूछताछ के दौरान ईडी के ज्यादातर सवालों के जवाब टाल दिए. ऐसे में संकेत हैं कि ईडी दोबारा समन जारी कर चन्नी को परेशान कर सकती है. उधर, कांग्रेस भी चन्नी के मामले से कतरा रही है और उनके समर्थन में पार्टी का कोई नेता आगे नहीं आया है.
बता दें कि चन्नी अवैध बालू खनन, अधिकारियों के तबादले और पोस्टिंग मामले में वसूली के मामले में ईडी के समक्ष पेश हुए थे. चन्नी ईडी कार्यालय में पेश हुए और उनसे करीब साढ़े पांच घंटे तक पूछताछ की गई. पूछताछ में चन्नी के रुख को देखते हुए ईडी द्वारा चन्नी को फिर से पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी की जा रही है और उन्हें फिर से तलब किया जा सकता है.
ईडी सूत्रों के मुताबिक चन्नी से पहला सवाल यह था कि उनके भतीजे से मिले 10 करोड़ रुपये किसके थे? चन्नी ने इससे किनारा कर लिया. फिर पूछा गया कि उन्होंने अपने भतीजे के कहने पर कितने अधिकारियों का तबादला और पदस्थापन किया? चन्नी ने इस बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया. उनसे अगला सवाल था कि क्या ट्रांसफर और पोस्टिंग के एवज में करोड़ों रुपये वसूले गए? चन्नी इसका जवाब देने में भी असहज महसूस कर रहे थे. करीब साढ़े पांच घंटे तक चली पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया.
बता दें कि चन्नी को ईडी ने जांच के लिए बुलाया था. वह ईडी की जांच में शामिल होने जालंधर कार्यालय गए थे और ईडी के सभी सवालों के जवाब भी दिए थे. ईडी ने उन्हें दोबारा तलब नहीं किया है इसलिए अभी जांच में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चन्नी को घेर लिया और कहा कि उन्होंने जो किया है, उसे भुगतना पड़ेगा. इससे पहले कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ और नवजोत सिंह सिद्धू भी चन्नी पर सवाल उठा चुके हैं. सिद्धू ने जब हार के लिए चन्नी को जिम्मेदार ठहराया था तो जाखड़ ने कहा था कि वे गरीब कैसे हो सकते हैं, जिनके यहां से करोड़ों रुपये मिल रहे हैं?
चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह की गिरफ्तारी के बाद ईडी द्वारा जालंधर की अदालत में 31 मार्च को पेश किए गए चालान के मामले में अगली सुनवाई 20 अप्रैल को होगी. हनी ने जमानत के लिए याचिका भी दायर की है.