चंडीगढ़, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को एंटी करप्शन ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, सीएम मान ने विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से बर्खास्त कर दिया था, जिसके बाद सिंगला को एंटी करप्शन ब्रांच ने गिरफ्तार किया. आइए आपको बताएं कि भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार होने वाले स्वास्थ्य […]
चंडीगढ़, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को एंटी करप्शन ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, सीएम मान ने विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से बर्खास्त कर दिया था, जिसके बाद सिंगला को एंटी करप्शन ब्रांच ने गिरफ्तार किया. आइए आपको बताएं कि भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार होने वाले स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला आखिर हैं कौन?
52 साल के विजय सिंगला पंजाब के मनसा से विधायक हैं, उन्होंने 19 मार्च को ही मंत्रिपद की शपथ ली थी. सिंगला को स्वास्थ्य मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया था. हालांकि, रिश्वत लेने के आरोप में उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया है. पेशे से सिंगला एक डेंटिस्ट हैं और डेंटल क्लीनिक भी चलाते हैं. सिंगला 7 साल पहले आप में शामिल हुए थे. विजय सिंगला ने मनसा से कांग्रेस उम्मीदवार और प्रसिद्ध गायक शुभदीप सिंह सिद्धू मूसेवाला को हराया था, उन्होंने मूसेवाला को मनसा सीट से 63,323 वोट से हराया था. वे 1992 में मनसा सीट बनने के बाद से वे पहले विधायक थे, जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था. बता दें डॉ. सिंगला के पास साढ़े 6 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है.
बता दें विजय सिंगला भगवंत मान वाली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे. स्वास्थ्य मंत्री पर अधिकारियों से ठेके पर एक फीसदी कमीशन की मांग करने और भ्रष्टाचार में लिप्त होने की शिकायतें आ रही थीं. इसके बाद मान सरकार ने इसकी जांच की, जब मंत्री के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले तो उन्होंने विजय सिंगला को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि ”विजय सिंगला ने स्वास्थ्य मंत्रालय में भ्रष्टाचार किया और उन्होंने इस बात को कबूल भी किया है. सीएम मान ने कहा कि मैं आप सब को बताना चाहता हूं कि आम आदमी पार्टी की सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस रखेगी. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद दूसरी बार यह काम हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने 2015 में अपने मंत्री को भ्रष्टाचार के आरोप में हटाया था.”