Priyanka Mamta Mayawati on PM Modi In 2019: ये त्रिशक्ति बनेंगी अगले लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी चुनौती, इनसे मुकाबला आसान नहीं
Priyanka Mamta Mayawati on PM Modi In 2019: अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी के सामने कई चुनौतियां हैं. लेकिन इन चुनौतियों में सबसे बड़ी चुनौती है कांग्रेस पार्टी से हाल ही में जुड़ीं प्रियंका गांधी वाड्रा, बीएसपी सुप्रीमो मायावती और टीएमसी चीफ एवं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की तिकड़ी. बीजेपी नीत एनडीए में सशक्त महिला नेताओं की कमी है, वैसे में सोची-समझी रणनीति के तहत प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी यूपी में कांग्रेस का महासचिव बनाना और मायावती-ममता का नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार हमलावर रहना बीजेपी के लिए आम चुनाव 2019 में सबसे बड़ी चुनौती है. प्रियंका गांधी, मायावती और ममता बनर्जी के राजनीतिक भविष्य और बीजेपी विरोधी कोशिशों पर एक विस्तृत रिपोर्टः
February 2, 2019 1:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago
नई दिल्लीः अगले लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. बीजेपी और कांग्रेस जैसे प्रमुख राष्ट्रीय दलों के साथ ही क्षेत्रीय पार्टियां भी अपने-अपने स्तर से लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के लिए आगामी लोकसभा आसान नहीं माना जा रहा है, क्योंकि विभिन्न मुद्दों पर आम जनों की नाराजगी और विपक्ष के हमलावर तेवर कहीं न कहीं मोदी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही हैं. इस बीच प्रियंका गांधी वाड्रा की कांग्रेस में एंट्री और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए उन्हें पार्टी का महासचिव बनाए जाने कै फैसले के बाद अटकलें चलने लगीं कि सबसे ज्यादा लोकसभा सीट जीतने वाले यूपी में भी बीजेपी का राह आसान नहीं रहने वाली है. माना जा रहा है कि नरेंद्र मोदी सरकार के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में महिला नेताओं की तिकड़ी यानी हाल ही में राजनीति में आईं प्रियंका गांधी, दलित नेत्री एवं बीएसपी सुप्रीम मायावती और पश्चिम बंगाल की सीएम एवं टीएमसी चीफ ममता बनर्जी मोदी सबसे बड़ी चुनौती बनने वाली हैं, जिससे बीजेपी सरकार का खेल बिगड़ सकता है. दरअसल, हाल के दिनों में ये तीनों जिस तरह से मोदी सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर हमलावर हैं, इससे यही लग रहा है कि शायद इस त्रिशक्ति से मोदी सरकार आसानी से बच नहीं पाएंगे.
कांग्रेस में प्रियंका गांधी वाड्रा की एंट्री से यूपी में बीजेपी का बिगड़ेगा खेल
हाल ही में कांग्रेस पार्टी से जुड़ने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा से लोगों के साथ ही पार्टी को भी बड़ी उम्मीदें हैं. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की चेयरपर्सन सोनिया गांधी की बेटी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी ने ईस्ट यूपी के लिए पार्टी का महासचिव बनाया है. माना जाता है कि प्रियंका गांधी में उनकी दादी और आयरन लेडी के नाम से मशहूर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की झलक मिलती है.
प्रियंका के बोलने का अंदाज भी काफी प्रभावी है और माना जाता है कि वह अपने भाषण से लोगों पर अच्छा प्रभाव छोड़ती हैं. प्रियंका को ईस्ट यूपी की जिम्मेदारी देने के पीछे कांग्रेस की एक सोची-समझी कोशिश नजर आ रही है. दरअसल, यूपी में बीजेपी 70 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर काबिज है. पिछले साल मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार के बाद माना जा रहा है कि यूपी में भी कांग्रेस अच्छा कर सकती है और इसमें प्रियंका गांधी वाड्रा की भूमिका रंग लाएगी.
बीएसपी सुप्रीमो मायावती पीएम नरेंद्र मोदी को देंगी कड़ी टक्कर
लंबे समय से राजनीतिक हलकों में चर्चाएं चल रही हैं कि बीएसपी सुप्रीमो मायावती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर दे सकती हैं. बीच में ऐसी अटकलें भी चलीं कि उन्हें महागठबंधन के पीएम कैंडिडेट के रूप में प्रोजेक्ट किया जा सकता है, क्योंकि सशक्त हेने के साथ ही उनका दलित वोटों पर भी अच्छा खासा प्रभाव है. वह सबसे बड़े प्रदेश की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं. हाल ही में मायावती की पार्टी ने ने 23 साल बाद अपने प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया है, जिसका असर अगले लोकसभा चुनाव में दिखने की संभावना है.
एसपी-बीएसपी गठबंधन में भी मायावती का कद अखिलेश यादव के मुकाबले काफी ऊंचा है. अखिलेश यादव तो उन्हें पीएम कैंडिडेट तक कह चुके है. इन सबके बीच सबसे बड़ी बात यह है कि मायावती अक्सर पीएम मोदी और बीजेपी पर हमलावर रहती हैं. दलित वोट बैंक और कई राज्यों में उनकी पार्टी के प्रभाव की वजह से आगामी लोकसभा चुनाव में इस बात से इनकार कतई नहीं किया जा सकता है कि वह पीएम मोदी और बीजेपी को यूपी में ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी कड़ी टक्कर दे सकती हैं, जिसके लिए बीजेपी को बड़ी तैयारी करने की जरूरत है.
टीएमसी चीफ ममता बनर्जी का आक्रामक तेवर बीजेपी पर पड़ेगा भारी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी पीएम नरेंद्र मोदी की धुर विरोधी मानी जाती हैं. हाल ही में उन्होंने कोलकाता में यूनाइटेड इंडिया रैली में देशभर के 20 से ज्यादा पार्टी के नेताओं को एक मंच पर बुलाकर यह साबित कर दिया कि वह बीजेपी और नरेंद्र मोदी सरकार के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में कितनी मुश्किलें खड़ी करने वाली हैं. वहीं रैली में उन्होंने ये दावा भी किया था कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी पश्चिम बंगाल में एक भी सीट नहीं जीत पाएगी.
मालूम हो कि ममता बनर्जी विभिन्न मुद्दों को लेकर मोदी सरकार पर अक्सर हमलावर रहती हैं. 64 वर्षीय ममता बनर्जी काफी अनुभवी भी हैं और वर्षों के वामपंथ शासन को मात देकर वह पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज हुईं. पिछले साल बीजेपी का रथयात्रा और फिर जनवरी 2019 में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के हेलिकॉप्टर को माल्दा में रैली के लिए नहीं उतरने देने के आदेश देकर वह साबित कर चुकी हैं कि उनकी कतई मंशा नहीं है कि बीजेपी को पश्चिम बंगाल में मजबूती मिले.