एग्जाम वॉरियर्स नाम की किताब में पीएम नरेंद्र मोदी ने छात्रों से कहा कि वह एग्जाम को खुद से लड़ाई के तौर पर देखें. इस किताब को पेंगुइन ने पब्लिश किया है.
नई दिल्ली. दसवीं और बारहवीं क्लास की बोर्ड परीक्षाएं अगले महीने से शुरू हो जाएंगी. लिहाजा छात्रों पर अच्छे नंबर लाने का प्रेशर होगा. लेकिन परीक्षाओँ से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों को गुरुमंत्र दिया है. टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक पीएम ने एक किताब लिखी है, जिसमें ’25 मंत्र’ लिखे हैं, ताकि छात्र परीक्षाओं को उत्सव की तरह लें, निराशा की तरह नहीं. एग्जाम वॉरियर्स नाम की किताब में पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि वह एग्जाम को खुद से लड़ाई के तौर पर देखें. उन्होंने युवाओं से टेक्नोलोजी को अपनाने के लिए भी कहा, जिसे मोदी ने ‘महान शिक्षक’ भी बताया. पीएम ने यह भी कहा कि नींद एक महान हथियार है, जिससे पूरा आराम मिलता है.
इस किताब को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लॉन्च किया. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि किताब को हर घर में जगह मिलेगी और यह लाखों छात्रों, शिक्षकों, माता-पिता और दादा-दादी को गैर-राजनीतिक तरीके से जोड़ेगी. टीओआई के मुताबिक 193 पन्नों की इस किताब को पेंगुइन पब्लिकेशन ने पब्लिश किया है.
मोदी ने ‘लेखक के नोट’ में लिखा, किताब का मकसद बिना तनाव के परीक्षा देने पर फोकस करना था. पीएम ने कहा कि यह एक सामूहिक कर्तव्य है कि बचपन परीक्षाओं के बोझ और ‘मुझे आगे क्या करना है’ की लगातार चिंता के तले नहीं दबना चाहिए. किताब में माता-पिता और टीचर्स के लिए दो अलग-अलग पत्र हैं, जिसमें पीएम ने लिखा, आप (माता-पिता) बच्चों के सबसे बेहतर मेंटर हैं. आप किसी और ज्यादा अपने बच्चे को जानते हैं. वह आपकी आंखों के सामने बड़े हुए हैं. इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि हमेशा अपेक्षा के बजाय स्वीकार करें. वहीं टीचर्स से पीएम ने कहा कि वह छात्रों को एग्जाम टेंशन फ्री स्टाइल में देना सिखाएं, ताकि उन्हें नॉलेज मिल सके, मार्क्स नहीं.