नई दिल्ली। 2014 के बाद से बीजेपी वो कर रही है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। जैसे 2017 में अचानक रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति चुने गए और वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति चुने गए। तब तक इन दोनों नामों पर कोई चर्चा नहीं हुई. इस बार भी कुछ ऐसा ही हो सकता है। ‘वर्तमान राष्ट्रपति […]
नई दिल्ली। 2014 के बाद से बीजेपी वो कर रही है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। जैसे 2017 में अचानक रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति चुने गए और वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति चुने गए। तब तक इन दोनों नामों पर कोई चर्चा नहीं हुई. इस बार भी कुछ ऐसा ही हो सकता है।
‘वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश के दलित हैं और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू आंध्र प्रदेश के कायस्थ परिवार से आते हैं। जिस समय राम नाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाया गया था, उस समय वे बिहार के राज्यपाल भी थे। ऐसे में मौजूदा हालात को देखते हुए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को तीन कैटेगरी से उतारा जा सकता है।
1. महादलित या आदिवासी
संभव है कि बीजेपी इस बार देश के राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति पद के लिए महादलित या किसी आदिवासी को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारे। खासकर दक्षिण के महादलित या आदिवासी चेहरे को यह मौका मिल सकता है।
2. सिख
वर्तमान में भाजपा का पंजाब पर बहुत ध्यान है। किसान आंदोलन के बाद सिख समुदाय में भाजपा के प्रति आक्रोश बढ़ गया था। ऐसे में संभव है कि सिख चेहरे को राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
3. मुस्लिम
किसी मुस्लिम चेहरे को राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाने की भी अटकलें लगाई जा रही हैं। पिछले दिनों अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स में इसके लिए दो नामों की भी चर्चा हो रही है। इनमें केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी शामिल हैं।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा हो गई है, 15 जून को राष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होगी और 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव की वोटिंग होगी. 21 जुलाई को वोटों की गिनती की जाएगी, इस दिन देश को अपना 16वां राष्ट्रपति मिलेगा. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म होने वाला है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 62 के अनुसार, अगले राष्ट्रपति का चुनाव मौजूदा राष्ट्रपति के कार्यकाल के खत्म होने से पहले करवाया जाना ज़रूरी है. साल 2017 में चुनाव 17 जुलाई को आयोजित हुए थे, जिनके नतीजे तीन दिन बाद 20 जुलाई को घोषित हुए थे.
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