Election Results 2022: चार राज्यों में भाजपा की जीत पर प्रशांत किशोर का तंज, कहा- लीग मैच जीतना फाइनल जीतने की गारंटी नहीं

Election Results: नई दिल्ली, अभी हाल ही में समाप्त हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में चार राज्यों में भाजपा की शानदार जीत  पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने चुटकी ली है. प्रशांत ने कहा कि बीजेपी ये मानती है कि इन चार राज्यों के परिणामों (Election Results) से उसे 2024 के लोकसभा चुनाव में […]

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Election Results 2022:  चार राज्यों में भाजपा की जीत पर प्रशांत किशोर का तंज, कहा- लीग मैच जीतना फाइनल जीतने की गारंटी नहीं

Vaibhav Mishra

  • March 16, 2022 11:21 am Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Election Results:

नई दिल्ली, अभी हाल ही में समाप्त हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में चार राज्यों में भाजपा की शानदार जीत  पर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने चुटकी ली है. प्रशांत ने कहा कि बीजेपी ये मानती है कि इन चार राज्यों के परिणामों (Election Results) से उसे 2024 के लोकसभा चुनाव में मदद मिलेगी और वो इसी तरह की जीत हासिल करेगी, लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला है.

राज्य जीतना मतलब लीग मैच जीतना

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक निजी टीवी चैनल से बीतचीत में बताया कि बीजेपी का पांच में से चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करना किसी टूर्नामेंट के लीग मैच जीतने जैसा है. प्रशांत ने आगे कहा कि राज्यों के चुनाव आम चुनाव के नतीजों (Election Results) पर कुछ असर नहीं डालते है ये बात प्रधानमंत्री अच्छी तरह जानते है.

यूपी चुनाव का दिया उदाहरण

प्रशांत किशोर ने अपनी बात को पिछले यूपी चुनाव के उदाहरण के जरिए समझाते हुए कहा कि 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी लेकिन दो वर्ष के बाद हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सपा का सूपड़ा साफ कर दिया.  विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में मतदान के अलग-अलग पैटर्न का जिक्र करते हुए प्रशांत ने कहा कि यूपी की जनता कभी भी विधानसभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं करती है.

फाइनल मैच का नतीजा लीग से अलग

विधानसभा चुनाव परिणाम (Election Results) की बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि राज्यों की जीत लीग मैच की जीत के बराबर है. फाइनल मतलब लोकसभा चुनाव लीग मैच से बिल्कुल होता है और उसके परिणाम भी अलग होते है.

गौरतलब है कि प्रशांत किशोर और उनकी कंपनी आईपैक को चुनावी रणनीति बनाने के लिए जाना जाता है. प्रशांत ने 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानंमत्री मोदी के साथ काम किया था. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में उन्होंने राजद-जेडीयू-कांग्रेस के महागठबंधन को जीत दिलाने में भी सहयोग किया था. उन्होंने 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ, आंध्र प्रदेश में 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस, 2020 के दिल्ली विधानशभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के साथ और 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस पार्टी के साथ काम किया है।

 

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