PK की RJD के MY समीकरण को बिगाड़ने की कोशिश ! साधा निशाना

पटना. देशभर में चुनावी रणनीतिकार के रूप में विख्यात प्रशांत किशोर इन समय जन सुराज यात्रा पर हैं, दरअसल, बिहार में नई राजनीतिक व्यवस्था खड़ी करने के नाम पर प्रशांत किशोर अपनी इस यात्रा के दौरान आरजेडी-जेडीयू, कांग्रेस और बीजेपी सभी पार्टियों के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं. इस पदयात्रा के दौरान पीके सधी हुई […]

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PK की RJD के MY समीकरण को बिगाड़ने की कोशिश ! साधा निशाना

Aanchal Pandey

  • November 4, 2022 8:58 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

पटना. देशभर में चुनावी रणनीतिकार के रूप में विख्यात प्रशांत किशोर इन समय जन सुराज यात्रा पर हैं, दरअसल, बिहार में नई राजनीतिक व्यवस्था खड़ी करने के नाम पर प्रशांत किशोर अपनी इस यात्रा के दौरान आरजेडी-जेडीयू, कांग्रेस और बीजेपी सभी पार्टियों के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं. इस पदयात्रा के दौरान पीके सधी हुई राजनीति भी कर रहे हैं, इसी बीच चंपारण में प्रशांत किशोर ने आरजेडी पर बड़ा सियासी निशाना साधा है. साथ ही पीके ने राष्ट्रीय जनता दल के बेस MY समीकरण में को भड़काने की कोशिश भी की है.

आरजेडी पर किया कटाक्ष

इस संबंध में पीके ने कहा है कि बिहार में Y समीकरण का नेता आज उपमुख्यमंत्री हैं लेकिन M समीकरण के किसी नेता को डिप्टी सीएम क्यों नहीं बनाया गया? इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि नीतीश कुमार जब भाजपा के साथ थे तो बीजेपी के दो विधायक उप मुख्यमंत्री बने थे, ऐसे में आरजेडी भी दो उपमुख्यमंत्री बना सकती थी.

मुस्लिम समाज के एक इलाके में लोगों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आपको एक दल ने बंधुआ मजदूर बना लिया है, आपको सिर्फ वोट बैंक समझा जाता है, इसके साथ ही पीके ने कहा कि यह समाज अपने बच्चों के भविष्य की चिंता भी नहीं करता है, सिर्फ डरा कर उनसे वोट बटोरा जाता है, लेकिन उनके विकास के लिए कोई काम होता ही नहीं है. वहीं, सम्बोधन के दौरान एक अन्य जगह पीके ने लालू के पुराने जंगल राज की भी याद दिलाई.

राजनीति के माहिर खिलाड़ी की तरह ही प्रशांत किशोर इस समय सभी पार्टियों पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन, मूल रूप से पीके के निशाने पर महागठबंधन के आरजेडी और जेडीयू ही हैं, वहीं राजद पर निशाना साधते हुए पीके ने कहा कि यह पार्टी सिर्फ अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की राजनीति करती है. इस पार्टी के मूल रूप से बस दो ही समीकरण हैं और ये उसी को लेकर अपनी राजनीति करते हैं, एक M है और दूसरा Y लेकिन जब Y की ओर से उपमुख्यमंत्री बनाया गया तो फिर M की और से क्यों नहीं ?

 

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