उत्तर प्रदेश, Polstrat-NewsX UP opinion poll: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव है. इसे लेकर तमाम चैनल्स और संस्थान चुनावी सर्वेक्षण कर रहे हैं. इसी श्रेणी में पोलस्ट्रैट-न्यूजएक्स के चुनाव पूर्व सर्वेक्षण (Polstrat-NewsX Pre-Poll Survey From UP) के सर्वे में परिणाम आया है कि इस बार भी आगामी विधानसभा चुनावों (assembly elections in 2022) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उत्तर प्रदेश (UTTAR PRADESH) में सत्ता बरकरार रखने की उम्मीद है.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटों में से, बीजेपी+ के 40.9 फीसदी वोट शेयर के साथ 218-223 सीटें जीतने की उम्मीद है. वहीं, एसपी+ (SP) के 36.4% वोट शेयर के साथ 152-157 सीटें हासिल करके एक मजबूत विपक्ष के रूप में उभरने की उम्मीद है. इसके अलावा सर्वे के मुताबिक बसपा (BSP) और कांग्रेस (CONGRESS) के लिए बीजेपी और एसपी के खिलाफ चुनावी मैदान में अपनी जमीन बनाए रखना एक कठिन साबित होने वाला है. जहां बसपा को 12.3% वोट शेयर के साथ 19-22 सीटें मिलने की उम्मीद है, वहीं कांग्रेस को 5.9% वोट शेयर के साथ 5-6 सीटें हासिल करने की उम्मीद है. अन्य को 4.5% वोट शेयर के साथ 0-2% सीटें मिलने की उम्मीद है.
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जब उत्तर प्रदेश की जनता से उनके पसंदीदा सीएम फेस की बात की गई तो 47.51% मतदाता चाहते हैं कि योगी आदित्यनाथ 2022 में अपनी मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवारी बरकरार रखें. सर्वेक्षण से पता चलता है कि योगी आदित्यनाथ महिला (49.14%) और पुरुष (51.51%) उत्तरदाताओं के बीच समान रूप से लोकप्रिय हैं, वहीं, 36-45 आयु वर्ग में वे अधिक लोकप्रिय है. इनमें सीएम योगी की लोकप्रियता उच्च जाति के हिंदुओं में (64%) और अवध क्षेत्र (62.74%) है. दूसरी ओर सपा के अखिलेश यादव योगी आदित्यनाथ के प्रबल दावेदार के रूप में उभरे हैं, जिन्हें 38.93% उत्तरदाताओं ने 2022 में मुख्यमंत्री के लिए को अपनी पसंद के रूप में चुना. शेष उत्तरदाताओं के वोट मायावती (5.31%), प्रियंका गांधी वाड्रा (3.42%), और अन्य (4.83%) के बीच विभाजित हुए हैं.
ओमिक्रॉन मामलों में वृद्धि के बीच जब मतदान रैलियों के आयोजन के बारे में पूछा गया, तो 60.8% उत्तरदाताओं ने इस विचार से असहमति जताई, जबकि केवल 24.75% उत्तरदाताओं ने इस विचार के पक्ष में दिखाई दिए.
जब उत्तर प्रदेश की जनता से पूछा गया कि इस चुनाव में क्या धर्म एक निर्णायक कारण बनेगा तो इसपर 46.52% उत्तरदाताओं का मानना है कि चुनाव में धर्म एक निर्णायक कारक होगा, 4.32% ने कुछ हद तक कहा; जबकि 39.23% ने कहा कि ऐसा नहीं है, और शेष 9.94% ने कहा कि वे इस मामले में अपनी राय नहीं दे सकते.
प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर जब सवाल किया गया तो अधिकांश उत्तरदाताओं (78.68%) ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार की सराहना की. हालाँकि, कुल उत्तरदाताओं में से केवल 47.30% ही परिवर्तन को कठोर मानते हैं. कुल उत्तरदाताओं में से 31.38% का कहना है कि केवल मामूली सुधार हुआ है. वहीं 12.67 फीसदी उत्तरदाताओं का कहना है कि योगी सरकार के तहत राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति अब पहले से भी खराब हो गई है.
सर्वेक्षण में अंत में, 46.28% उत्तरदाताओं ने पंजाब की कांग्रेस सरकार को राज्य में पीएम मोदी की सुरक्षा को गलत तरीके से संभालने के लिए दोषी ठहराया तो 30.42 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने इस मुद्दे पर पूरी तरह से विपरीत राय रखी.
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