नई दिल्ली: भारत में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ जल्द ही अपने बेटे नकुलनाथ के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं. बीते शनिवार से ही कमलनाथ उपने बेटे नकुल नाथ के साथ राजधानी दिल्ली में हैं और सूत्रों […]
नई दिल्ली: भारत में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ जल्द ही अपने बेटे नकुलनाथ के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं. बीते शनिवार से ही कमलनाथ उपने बेटे नकुल नाथ के साथ राजधानी दिल्ली में हैं और सूत्रों का मानना है कि आज वह भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
वहीं इन सब के बीच कांग्रेस आलाकमान अलर्ट हो गया है. कांग्रेस अपने विधायकों को रोकने को रोकने के लिए पूरी तरह जुट गया है. वहीं प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस विधायकों के पूरी तरह से संपर्क में है. कमलनाथ समर्थकों के मुताबिक 7 विधायकों के भाजपा में शामिल होने की संभावना है. ऐसे में एक सवाल यह उठ रहा है कि 77 वर्षीय कमलनाथ कांग्रेस में 44 साल के अहम भूमिका को छोड़ने पर विचार क्यों कर रहे हैं. अगर भाजपा में कमलनाथ शामिल होते हैं तो प्रदेश की राजनीति पर क्या असर पड़ेगा?
अगर भाजपा में कमलनाथ जाने का निर्णय लेते हैं तो उनके साथ कांग्रेस के कई बड़े नेता भी भाजपा का दामन थाम लेंगे. अगर ऐसा होता है तो ये न सिर्फ कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा झटका होगा बल्कि इससे आगामी लोकसभा की तैयारी में भाजपा को सीधा फायदा मिलेगा. छिंदवाड़ा का क्षत्रप कहे जाने वाले कमलनाथ का वर्चस्व पूरे प्रदेश में है।
Electoral Bonds पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने मांगा पीएम मोदी का इस्तीफा