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आयुष्मान भारत योजना की कामयाबी के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने साइन किया था ब्लैंक चेक

Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को सरकार की महत्वाकांक्षी 'आयुष्मान भारत योजना' का झारखंड में शुभारंभ करेंगे. इसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) भी नाम दिया गया है. योजना के जनक और नीति आयोग के सदस्य वी.के. पॉल ने बताया कि 'आयुष्मान भारत योजना' की कामयाबी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्लैंक चेक पर साइन किए थे.

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PM Narendra Modi signed blank cheque for Ayushman Bharat scheme work
  • September 23, 2018 12:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

नई दिल्ली: रविवार को भारत मोदी सरकार की एक और महत्वाकांक्षी योजना की शुरूआत का साक्षी बनेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड में ‘आयुष्मान भारत योजना’ का शुभारंभ करेंगे. इसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) भी नाम दिया गया है. पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से ‘आयुष्मान भारत योजना’ के लॉन्च की बात कही थी. योजना के जनक और नीति आयोग के सदस्य वी.के. पॉल ने इसे अपनी तरह की दुनिया की पहली योजना बताया. उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने इस योजना की कामयाबी के लिए ब्लैंक चेक तक पर साइन कर दिए थे.

वी.के. पॉल ने कहा कि 27 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश महत्वकांक्षी स्वास्थ्य योजना प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) से जुड़ने को तैयार हैं. ओडिशा और तेलंगाना अभी इस योजना से नहीं जुड़ रहे हैं. इस योजना के लिए पीएम मोदी देश के 10.74 करोड़ लोगों को विशेष पत्र भी लिख रहे हैं. इस पत्र में योजना से जुड़े सभी फायदों की जानकारी होगी. करीब 50 करोड़ भारतीयों को इस योजना का लाभ मिलेगा.

वी.के. पॉल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 सितंबर को झारखंड में योजना की शुरूआत करेंगे लेकिन यह प्रभावी रूप से 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर चलन में आएगी. मौजूदा वित्त वर्ष में सरकार के ऊपर इस योजना से 3,500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आएगा. इस महत्वकांक्षी स्वास्थ्य बीमा योजना का मकसद 10.74 करोड़ गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना है. यह देश की कुल आबादी का 40 प्रतिशत है.’

योजना के बारे में जानकारी देते हुए वी.के. पॉल ने कहा, ‘योजना पर होने वाले खर्च को केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर उठाएंगी. इसके तहत हर बीमा राशि पर 60 प्रतिशत केंद्र सरकार वहन करेगी और 40 प्रतिशत भार राज्य सरकार. योजना के तहत सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराया जा सकता है. बड़ी संख्या में सरकारी और निजी अस्पतालों ने इस योजना से जुड़ने की इच्छा जाहिर की है. सरकार को अभी तक 15 हजार से ज्यादा अस्पतालों के आवेदन मिल चुके हैं. इसकी शुरूआत में अभी करीब 10 हजार अस्पतालों को चुना गया है. लिस्ट में शामिल अस्पताल में इलाज के लिए संबंधित व्यक्ति को पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या फिर राशन कार्ड देना होगा. इस योजना काल लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है.’

आयुष्मान भारत योजना में आपका नाम है या नहीं, इन तरीकों से खोजें

https://youtu.be/vVSt-PouVlU

 

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