PM Narendra Modi on Ayodhya Verdict, Supreme court ke Ayodhya Faisle per PM Narendra Modi ki Prakriya: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि ये न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा. उन्होंने कहा कि भारत को शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है. उन्होंने पहले भी लोगों से अपील की थी कि फैसले पर शांती बनाए रखें. पीएम मोदी ने कहा कि ये किसी की जीत या हार नहीं है. उन्होंनें कहा कि इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.
नई दिल्ली. PM Narendra Modi on Ayodhya Verdict: सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ कर दिया और केंद्र को मस्जिद बनाने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ का भूखंड आवंटित करने का निर्देश दिया. भारत के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण और प्रत्याशित निर्णयों में से एक में, मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने एक सदी से अधिक पुराने विवाद को समाप्त कर दिया जिसने राष्ट्र के सामाजिक ताने-बाने को तोड़ दिया था. बाबरी मस्जिद-राम मंदिर शीर्षक विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि किसी को भी इसे जीत या हार के रूप में नहीं देखना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, चाहे वह रामशक्ति हो या रहीमशक्ति, भारतभक्ति की भावना को मजबूत करने का यही समय है. सभी को शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखनी चाहिए.
उन्होंने ट्वीट करके कहा, देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है. इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है. देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें. उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है. यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है. हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया. न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने आखिरी ट्वीट में कहा, यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा. हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है. भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है.
देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है:
यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है।
हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया।
न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा।
हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है।
भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
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